कुछ ग्रामीणों ने दावा किया कि छात्रा को उसकी यूनिफॉर्म सूखने तक करीब दो घंटे तक इसी हालत में स्कूल परिसर में रहना पड़ा. उन्होंने बताया कि यूनिफॉर्म सूख जाने के बाद छात्रा को इसे पहनाकर कक्षा में पढ़ने के लिए भेज दिया गया.

मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के जयसिंहनगर के शासकीय स्कूल से एक शिक्षक का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शिक्षक ने स्वछता का संदेश देने के लिए कक्षा पांचवी की आदिवासी छात्रा के कपड़े उतरवाकर घंटों अर्धनग्न खड़ा रखा। और मैले कपड़े को धुलकर खुद को स्वछता मित्र बताते हुए विभागीय ग्रुप में फोटो को शेयर भी कर दिया। देखते ही देखते यह मामला सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ.जिसके बाद शिक्षक को निलंबित कर दिया गया।
कुछ ग्रामीणों ने दावा किया कि छात्रा को उसकी यूनिफॉर्म सूखने तक करीब दो घंटे तक इसी हालत में स्कूल परिसर में रहना पड़ा. उन्होंने बताया कि यूनिफॉर्म सूख जाने के बाद छात्रा को इसे पहनाकर कक्षा में पढ़ने के लिए भेज दिया गया. जानकारी के मुताबिक, शिक्षक त्रिपाठी ने खुद को ‘स्वच्छता मित्र’ बताते हुए अधोवस्त्र पहनी आदिवासी छात्रा के साथ अपनी फोटो खिंचवाकर उसे विभाग के सोशल मीडिया ग्रुप में साझा कर दिया. मामले की जानकारी जब ग्रामीणों को मिली तो उन्होंने इस संबंध में स्कूल के प्रधानाध्यापक के समक्ष नाराजगी जताते हुए आरोपी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
जनजातीय कार्य विभाग, शहडोल के सहायक आयुक्त आनंद राय सिन्हा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘शुक्रवार देर रात यह फोटो मेरे संज्ञान में आई. फोटो में दिख रहा है कि स्कूल के सहायक शिक्षक त्रिपाठी छात्रा के गंदे कपड़े उतरवाकर उसे अन्य छात्राओं के सामने धो रहे हैं. इस दौरान वह बालिका वहीं खड़ी है.” सिन्हा के मुताबिक, यह फोटो संज्ञान में आने के बाद उन्होंने कार्रवाई करते हुए शनिवार को सहायक शिक्षक त्रिपाठी को निलंबित कर दिया है. सिन्हा ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जयसिंहनगर द्वारा की जा रही है.