कभी डेथ ओवरों में कमाल की बॉलिंग के लिए माहिर रहे भुवनेश्वर कुमार इन दिनों लगातार इन ओवरों में पिटाई खा रहे हैं. टी20 वर्ल्ड कप से पहले उनका यह हाल चिंता का विषय है.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मंगलवार से शुरू हुई टी20 सीरीज के पहले मैच में एक बार फिर टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा है. एशिया कप में जिस ढंग से भारत पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ डेथ ओवरों में कमजोर साबित हुआ था. वैसा ही हाल कल भी रहा, जब ऑस्ट्रेलिया ने 209 रनों का विशाल लक्ष्य अपने नाम कर लिया. इसमें सर्वाधिक चिंता की बात भुवनेश्वर कुमार की बॉलिंग है, जो डेथ ओवरों में लगातार पिट रहे हैं. पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भी इस पर चिंता जताई है.
भुवनेश्वर ने पिछले कुछ मैचों में डेथ ओवरों में काफी रन लुटाए हैं. मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 में भी उन्होंने 19वें ओवर में 16 रन दिए, जिससे ऑस्ट्रेलिया 209 रन के रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत दर्ज करने में सफल रहा.
भुवनेश्वर की गेंदबाजी चिंता का विषय
ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भुवनेश्वर की डेथ ओवर बॉलिंग को लेकर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने टी20 विश्व कप से पहले तेज गेंदबाज के खराब प्रदर्शन को भारत के लिए चिंता का विषय बताया है। गावस्कर ने ‘स्पोर्ट्स टुडे’ से कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि बहुत अधिक ओस थी। हमने क्षेत्ररक्षकों या गेंदबाजों को अपनी उंगलियों को सुखाने के लिए तौलिये का उपयोग करते नहीं देखा। यह कोई बहाना नहीं है। हमने अच्छी गेंदबाजी नहीं की। उदाहरण के लिए, वहां 19वां ओवर, वह वास्तविक चिंता का विषय है।’
अब इस गेंदबाज से लगाई उम्मीद
गावस्कर ने भुवनेश्वर द्वारा डेथ ओवरों में खराब गेंदबाजी करने के बाद तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह से उम्मीद लगाई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बुमराह की वापसी से गेंदबाजी विभाग को मजबूती मिलेगी। बुमराह ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध पहले टी20 में नहीं खेले थे लेकिन वह दूसरे टी20 में मैदान पर उतर सकते हैं। गावस्कर ने कहा, ‘हमने पिछले कुछ वर्षों में देखा है कि यह उन क्षेत्रों में से एक रहा है जहां भारत को नुकसान उठाना पड़ा है। वे अच्छे स्कोर का बचाव करने में भी सक्षम नहीं हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हो सकता है कि जब बुमराह आए तो यह पूरी तरह से अलग स्थिति हो क्योंकि वह शीर्ष क्रम के विकेट चटकाता है। भारत को आज (मंगलवार) वह नहीं मिले क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने तेजतर्रार शुरुआत की।’