राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि वो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरेंगे तो विधायकों को नई दिल्ली पहुंचने के लिए संदेश आयेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है और मुख्यमंत्री लोगों से दूर नहीं हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष पद के दावेदार माने जा रहे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संगठन चुनाव लड़ने के संकेत दे दिए हैं। उन्होंने कहा, पहले मैं आखिरी सांस तक राहुल गांधी को मनाऊंगा। वे नहीं माने, तो आलाकमान का जो आदेश होगा वो स्वीकार कर लूंगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार यानी आज दिल्ली में होंगे। गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने की संभावना है।
इससे पहले मंगलवार देर रात सीएम गहलोत ने अपने सरकारी आवास पर कांग्रेस विधायकों के साथ बैठक की। बैठक में विधायकों से उन्होंने कहा कि यदि वह पार्टी अध्यक्ष के पद के लिए नामांकन दाखिल करने का फैसला करते हैं तो उन्हें नई दिल्ली आने के लिए कहा जाएगा। लेकिन वह पहले कोच्चि जाएंगे और कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कर रहे राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे। विधायक दल की बैठक के बाद राजस्थान के एक कैबिनेट मंत्री ने यह जानकारी दी।
सचिन पायलट को सीएम पद नहीं देना चाहते गहलोत?
हालांकि, गहलोत कथित तौर पर अनिच्छुक हैं क्योंकि वह अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट को मुख्यमंत्री का पद नहीं देना चाहते हैं. सूत्रों ने बताया कि गहलोत इस यात्रा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. उनके करीबी 24 सितंबर से शुरू होने वाले कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने के मद्देनजर उनकी यात्रा की उम्मीद कर रहे हैं.
आज होगी राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात
सूत्रों ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री राष्ट्रीय राजधानी के दौरे के दौरान पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे और उनके जल्द ही कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करने की संभावना है. हालांकि इस बारे में कोई आधिकारिक सूचना नहीं है, लेकिन मीडिया द्वारा जब भी उनसे इस बारे में सवाल किया जाता है तो गहलोत चुप्पी साधे रहते हैं.
नामांकन प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू
कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया अक्टूबर में निर्धारित है और इसके लिए नामांकन प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू होगी. इस बीच, सूत्रों ने पुष्टि की कि गांधी परिवार चाहता है कि गहलोत पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी लें, क्योंकि राहुल गांधी शीर्ष पद में रुचि दिखाने से इनकार करते रहे हैं.
शशि थरूर को जी-23 में शामिल नेताओं का समर्थन
कांग्रेस में असंतुष्ट जी-23 के नेताओं में गिने-चुने चेहरे ही शेष रह गए हैं, लेकिन अध्यक्ष चुनाव के दौरान पार्टी को फिर वैसी ही फजीहत का सामना करना पड़ रहा, जैसा नाराज नेताओं के शिकायती पत्र सामने आने पर हुई थी। कांग्रेस अध्यक्ष के लिए ताल ठोक रहे शशि थरूर को उनके साथ जी-23 में शामिल रहे नेताओं को समर्थन मिल रहा है। पार्टी छोड़कर चले गए ग्रुप-23 के कुछ नेता भी थरूर से संपर्क कर उन्हें नामांकन की सलाह दे रहे हैं।
केसी वेणुगोपाल ने सोनिया गांधी से की मुलाकात
इधर, पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मंगलवार को सोनिया गांधी से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी होगा, जिसमें कोई भी खड़ा हो सकता है। कांग्रेस नेता ने कहा, यह नियमित मुलाकात थी और संगठन से जुड़े कुछ लंबित मुद्दों पर चर्चा हुई। वेणुगोपाल पिछले कई दिनों से भारत जोड़ो यात्रा में शामिल थे, उन्हें अचानक दिल्ली बुलाया गया था। यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल गांधी नामांकन पत्र दाखिल करेंगे, तो वेणुगोपाल ने कहा, यह फैसला राहुल गांधी को करना है और उन्होंने हमें इस बारे में कुछ नहीं बताया है। शशि थरूर के चुनाव लड़ने की संभावना से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, सिर्फ थरूर ही नहीं, कोई भी चुनाव लड़ सकता है।