महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को पूरे शाही सम्मान के साथ विंडसर कैसल स्थित सेंट जॉर्ज चैपल के शाही रॉयल वॉल्ट में पति प्रिंस फिलिप के पास दफना दिया गया.

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को पूरे शाही सम्मान के साथ विंडसर कैसल स्थित सेंट जॉर्ज चैपल के शाही रॉयल वॉल्ट में पति प्रिंस फिलिप के पास दफना दिया गया. ब्रिटिश शाही परिवार में सर्वाधिक वरिष्ठ अधिकारी लॉर्ड चैम्बरलैन ने ‘राजदंड’ तोड़ने की रस्म पूरी की. शाही परिवार और सैकड़ों की संख्या में लोगों ने दिवंगत महारानी को अंतिम विदाई दी. ब्रिटेन की घरेलू गुप्तचर सेवा एम15 के पूर्व प्रमुख एंड्रयू पार्कर ने सफेद राजदंड को तोड़ने की रस्म पूरी की और इसे महारानी के ताबूत पर रख दिया. यह रस्म राजशाही के प्रति उनकी सेवाओं की समाप्ति का प्रतीक है.
इससे पहले विंडसर के डीन डेविड कोन्नर ने महारानी को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने महारानी को अंतिम विदाई देने के लिए जुटे 800 लोगों को उनकी ईसाई धर्म के प्रति आस्था के बारे में बताया. उन्होंने कहा, ‘हमारी तेजी से बदलती और अक्सर संकट में घिरती दुनिया में उनकी शांत एवं गरिमापूर्ण उपस्थिति से हमें उनकी ही तरह साहस और उम्मीद के साथ भविष्य का सामना करने की ताकत मिली.
इससे पहले महाराजा चार्ल्स तृतीय की अगुवाई में ताबूत यात्रा 11वीं सदी के ऐतिहासिक एबे पहुंची तो दिवंगत महारानी के नाम पर बने एलिजाबेथ टावर में लगी बिग बेन में एक-एक मिनट बाद 96 बार घंटा बजाया गया जो महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के जीवन काल को श्रद्धांजलि का प्रतीक था. प्रार्थना सभा के आयोजन में शामिल वेस्टमिंस्टर के डीन वेरी रेवरेंड डॉ. डेविड होयले ने कहा, ‘जहां महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की शादी हुई थी और उन्हें ताज पहनाया गया था, वहां देश और दुनिया से बड़ी संख्या में लोग दिवंगत महारानी को श्रद्धांजलि देने जुटे हैं.’
महारानी की इस अंतिम यात्रा में उनके बेटे और महाराजा चार्ल्स पीछे चल रहे थे. महाराजा के साथ उनके बेटे प्रिंस विलियम और प्रिंस हैरी तथा भाई-बहन प्रिंसेस एनी और प्रिंस एंड्रयू तथा प्रिंस एडवर्ड थे. इससे पहले ताबूत को पिछले बुधवार से वेस्टमिंस्टर हॉल में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था.
इस अंतिम यात्रा में साथ चलने वाले राजपरिवार के सबसे कम उम्र के सदस्यों में 9 वर्षीय प्रिंस जॉर्ज तथा सात साल की प्रिंसेस शेरलोट थीं. दोनों अपने माता-पिता प्रिंस और प्रिंसेस ऑफ वेल्स के बीच में चल रहे थे. देशभर में दो मिनट के मौन के साथ महारानी की प्रार्थना सभा समाप्त हुई और अंतिम संस्कार के पहले भाग के रूप में राष्ट्रगान ‘गॉड सेव द किंग’ की धुन बजाई गई.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को अंतिम विदाई देने के लिए वेस्टमिंस्टर एबे में लगभग 500 वैश्विक नेताओं के साथ शरीक हुईं. राष्ट्रपति मुर्मू ने एबे में राजकीय अंत्येष्टि में शामिल होने से पहले बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनकी बहन शेख रेहाना से मुलाकात की. मुर्मू महारानी की राजकीय अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए तीन दिनों की यात्रा पर शनिवार से लंदन में हैं. राष्ट्रपति भवन ने ट्वीट किया, ‘राष्ट्रपति मुर्मू ने लंदन में राजकीय अंत्येष्टि शुरू होने से कुछ समय पहले बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनकी बहन, शेख रेहाना से मुलाकात की.’
देशभर में दो मिनट के मौन के साथ महारानी की प्रार्थना सभा समाप्त हुई और अंतिम संस्कार के पहले भाग के रूप में राष्ट्रगान ‘गॉड सेव द किंग’ की धुन बजाई गई.