सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और विधायक ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव के बर्ताव पर सवाल खड़ा करते हुए आरोप लगाया है कि वह चाहते हैं कि उनका परिवार एक साथ नहीं रहे, इतना ही नहीं उन्होंने अखिलेश यादव की पैदल यात्रा को नौटंकी बताय़ा है.

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और विधायक ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव के बर्ताव पर सवाल खड़ा करते हुए आरोप लगाया है कि वह चाहते हैं कि उनका परिवार एक साथ नहीं रहे, इतना ही नहीं उन्होंने अखिलेश यादव की पैदल यात्रा को नौटंकी बताय़ा है. विधानसभा चुनावों के दौरान अखिलेश को उत्तर प्रदेश का भविष्य बताने वाले राजभर इन दिनों खासे नाराज चल रहे हैं. प्रदेश में बुरी तरह से हारने के बाद उन्होंने इसका ठीकरा अखिलेश के सिर पर फोड़ा था.
यादव परिवार के भीतर चल रही उठापटक पर टिप्पणी करते हुए राजभर ने कहा कि दरअसल अखिलेश यादव नहीं चाहते कि उनका परिवार एक होकर रहे. उन्होंने कहा कि शिवपाल सिंह यादव ने बहुत कोशिश की कि परिवार एक हो जाए लेकिन अखिलेश उनके साथ रहना नहीं चाहते. प्रगतिशील पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव को अग्रणी पंक्ति के नेता बताते हुए उन्होंने कहा था कि अखिलेश को उनके आगे कुर्सी देने की बात नहीं करनी चाहिए थी.
क्या बोले सुभासपा प्रमुख?
ओपी राजभर ने कहा, “हाईकोर्ट ने आदेश में कहा था कि अमीर और गरीब के बच्चे एक साथ पढ़ें. जब दोनों का का पाठक्रम एक ही होता है तब फिर शिक्षा दो तरह की क्यों होती है. लेकिन सपा और अखिलेश यादव की सरकार ने इसे नजरअंदाज कर दिया था. तब 15 अगस्त 2013 में समाजिक न्याय समिति पर भी एक आदेश आया था. जिसमें कहा गया था कि केवल 12 जातियां 27 फीसदी आरक्षण का लाभ उठा रही हैं. तब उन्होंने कोई कदम नहीं लिया था.
सुभासपा प्रमुख ने कहा, “यूपी सरकार के शासन द्वारा एक आदेश जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि भू-माफियाओं से जमीन खाली कराई जाएगी. ग्रामीण इलाकों में गरीब लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है. भू-माफिया हैं वो बच जा रहे हैं. वे इधर-उधर अपना जुगाड़ बना ले रहे हैं. प्रदेश में भू-माफियाओं के जगह गरीब शिकार हो रहे हैं ये एक बड़ा मुद्दा है. इसी मुद्दे पर हमा सवाल पूछेंगे. उन बेचारे गरीबों का क्या कसूर है.”