केंद्रीय मंत्री अमित शाह 17 सितंबर को ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ समारोह का उद्घाटन करने पहुंच रहे हैं। कार्यक्रम का आयोजन शहर के परेड मैदान पर होगा, जहां शाह मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। वहीं इसको लेकर केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि 75 साल बाद इतिहास दोहराने जा रहा है।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तथा तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव,दोनों ही शनिवार को हैदराबाद में 17 सितंबर’के अलग-अलग कार्यक्रमों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराएंगे, जिससे तेलंगाना की राजनीति में ’17 सितंबर’बेहद अहम दिन बनने जा रहा है.
दरअसल, केंद्र सरकार पहली बार 17 सितंबर को ‘हैदराबाद स्वतंत्रता दिवस’ के रूप में मनाएगी. देश की आज़ादी के समय निज़ाम के राज वाला हैदराबाद राज्य इसी दिन आज़ादी के एक साल से भी ज़्यादा वक्त के बाद भारतीय संघ में शामिल हुआ था.
तेलंगाना सरकार ने इसे ‘तेलंगाना एकता दिवस’ के रूप में मनाने की योजना बनाई है, और तीन-दिवसीय कार्यक्रमों की घोषणा की है. यह KCR की ओर से काफी अहम संदेश है, जो 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं. वह और उनकी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति केंद्र सरकार के कार्यक्रमों को संदेह की नज़र से देख रहे हैं, और कह रहे हैं कि ये BJP के ‘बांटने वाले एजेंडा’ का हिस्सा है.
केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने ट्वीट किया, “1948 में सरदार पटेल ने हैदराबाद के भारत संघ में विलय के बाद तिरंगा फहराया था। अब 75 वर्ष बाद, माननीय गृहमंत्री अमित शाह राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और हैदराबाद मुक्ति दिवस समारोह की शुरुआत करेंगे।” वहीं इसको लेकर केंद्रीय मंत्री ने एक वीडियो भी शेयर किया है।
बीजेपी की ओर से बृहस्पतिवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि ‘मुक्ति दिवस समारोह’ के बाद शाह तेलंगाना में भाजपा के प्रमुख नेताओं के साथ एक बैठक करेंगे। पार्टी के जारी बयान के मुताबिक इसके बाद अमित शाह सिकंदराबाद में मोदी के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में भी भाग लेंगे।