पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ से पहली बार पीएम मोदी का सामना होगा. दोनों नेताओं के बीच अगर बातचीत होती है तो ये भारत-पाक व्यापार के लिए काफी अहम होगा.

शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन समिट उज़्बेकिस्तान के समरकंद में हो रहा है. इस समिट में पहली बार पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ और भारत के पीएम नरेंद्र मोदी आमने-सामने होंगे. इस आयोजन में हिस्सा लेने के लिए पीएम मोदी आज दोपहर समरकंद के लिए रवाना होंगे और आज शाम करीब 6 बजे पहुंचेंगे. कल यानी 16 सितंबर को पीएम मोदी SCO की बैठक में शामिल होंगे. इस समिट में सबकी नजरें भारत की तरफ होंगी जब पीएम मोदी रूस के राष्ट्रपति पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मिलेंगे.
पाकिस्तानी पीएम से होगी मुलाकात?
भारत और पाकिस्तान के रिश्ते हमेशा से ही अच्छे नहीं रहे हैं. पुलवामा आतंकी हमले के बाद से भारत ने पाकिस्तान के साथ बातचीत बंद कर दी. 2016 में हुए पठानकोट हमले के बाद से दुनिया के किसी भी मंच पर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बातचीत नहीं हुई. 2019 में किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में पीएम मोदी और पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच छोटी सी मुलाकात हुई थी. जिसे शिष्टाचार मुलाकात का नाम दिया गया. हालांकि भारत की तरफ से तब साफ कर दिया गया था कि पाकिस्तान के साथ समिट में कोई बातचीत नहीं होगी.
अब तीन साल बाद यानी 2022 में दोनों देशों के प्रधानमंत्री एक बार फिर इस मंच पर होंगे. हालांकि इस बार भी बातचीत के आसार कम ही दिखाई दे रहे हैं. पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ से पहली बार पीएम मोदी का सामना होगा. दोनों नेताओं के बीच अगर बातचीत होती है तो ये भारत-पाक व्यापार के लिए काफी अहम होगा. पाकिस्तान चाहेगा कि हर हाल में वो भारत से बातचीत करे, क्योंकि वहां बाढ़ ने तबाही मचाई है और पहले से ही चरमराई अर्थव्यवस्था पूरी तरह से तबाह हो चुकी है. हालांकि पीएम मोदी एक बार फिर पाक पीएम के सामने आतंकवाद के मुद्दे को छेड़ सकते हैं.
तीन साल बाद मिलेंगे भारत-पाक के पीएम
तीन साल बाद यानी 2022 में दोनों देशों के प्रधानमंत्री एक बार फिर एक साथ एक मंच पर होंगे. हालांकि इस बार भी बातचीत के आसार कम ही दिखाई दे रहे हैं. दोनों नेताओं के बीच अगर बातचीत होती है तो ये भारत-पाक व्यापार के लिए काफी अहम होगा. पाकिस्तान चाहेगा कि हर हाल में वो भारत से बातचीत करे, क्योंकि वहां बाढ़ ने तबाही मचाई है और पहले से ही चरमराई अर्थव्यवस्था पूरी तरह से तबाह हो चुकी है.
LAC पर तनाव के बीच जिनपिंग से होगी मुलाकात
पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की करीब 34 महीने बाद मुलाकात होने जा रही है. भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है. दोनों के बीच आखिरी मुलाकात 2019 में BRICS सम्मेलन के दौरान हुई थी. सीमा विवाद के बाद ये दोनों की पहली मुलाकात होगी. बता दें कि भारत और चीन की सेनाओं ने विवादित इलाकों से अपने बंकर भी हटा लिए हैं.
यूक्रेन से युद्ध के बीच पहली बार अंतरराष्ट्रीय मंच पर होंगे पुतिन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन से युद्ध के बाद पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय मंच पर मौजूद होंगे. बता दें कि यूक्रेन पर हमले को लेकर दुनिया के कई बड़े देश रूस के खिलाफ हैं लेकिन भारत ने इस मामले को लेकर तटस्थता दिखाई है और हमेशा से कहा है कि इस मुद्दे को बातचीत से सुलझाया जा सकता है. भारत और पाकिस्तान की पीएम की मुलाकात के साथ ही पुतिन और शी जिनपिंग की मुलाकात पर भी पूरी दुनिया की नजर है.