पीएफआई टेरर फंडिंग से जुड़े ठिकानों पर पिछले महीने भी एनआईए की टीम ने छापेमारी की थी. पटना टेरर मॉड्यूल मामले में बिहार पुलिस ने अब तक 26 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

बिहार में पटना के फुलवारी शरीफ में सामने आए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया कनेक्शन को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी एक्शन में है.टेरर फंडिंग मामले में एनआई की एक टीम दरभंगा, नालंदा और मुजफ्फरपुर समेत 6 जिलों के 32 ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. एनआईए की एक टीम इस मामले में आरोपी नूरुद्दीन जंगी के घर भी पहुंची है. वहीं एक अन्य आरोपी मोहम्मद मुस्तकीम के घर पर भी छापेमारी चल रही है. एनआईए की टीम दरभंगा में नेटवर्क से जुड़े मुख्य आरोपी मोहम्मद सनाउल्लाह के घर पर भी छापेमारी कर रही है.
एनआईए की छापेमारी में ज्यादातर वह आरोपी शामिल हैं, जिनके खिलाफ फुलवारी शरीफ थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. इसे बाद में एनआईए ने टेक ओवर कर लिया था. आज जिनके ठिकानो पर छापेमारी चल रही है. उनके नाम इस प्रकार है-
- इम्तियाज दाऊद मिल्लत
- महबूब आलम नूर
- खलीकुल जमा
- मोहम्मद अमीन आलम
- मजहर उल इस्लाम उर्फ मजहर इमाम
- परवेज आलम उर्फ अरशद अली
- अहसान परवेज उर्फ़ अहसान
छपरा के जलालपुर में भी छापेमारी
मुस्तकीम के माता-पिता और भाई से एनआईए की टीम पूछताछ कर रही है. स्थानीय पुलिस साथ में है. गांव में नाकाबंदी की गई है. वहीं दूसरी ओर बिहार के छपरा में एनआईए की टीम जलालपुर पहुंची है. जलालपुर की माधवपुर पंचायत के जाने माने शिक्षक परवेज आलम के घर टीम पहुंची. छापेमारी में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है. एक घंटे से हो रही है.
संदिग्ध आतंकियों के परिजनों से पूछताछ की जा रही है. पटना टेरर मॉड्यूल मामले का भंडाफोड़ होने के बाद कई जिलों से तार जुड़े थे. इसके बाद नामजद प्राथमिकी दर्ज हुई थी. आज जिन जिलों में एनआईए की टीम पहुंची है ये सभी उसी नामजद प्राथमिकी के अभियुक्त हैं.
नालंदा में भी हो रही छापेमारी
वहीं, बिहार के नालंदा में भी छापेमारी जारी है. जिला मुख्यालय बिहार शरीफ के खासगंज मोहल्ले में एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष समीम अख्तर के यहां सुबह करीब आठ बजे एनआईए की टीम पहुंची थी. छापेमारी की गई. एनआईए की टीम अपने साथ कुछ कागजात ले गई. किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
इन जिलों के अलावा एनआई की टीम पटना के साथ मधुबनी और मुजफ्फरपुर में भी छापेमारी कर रही है. कहा जा रहा है कि यह छापेमारी पीएफआई मामले में दो दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर हो रही है.
कतर से पैसा मिलने का हुआ था खुलासा
गौरतलब है कि दो महीने पहले फुलवारी शरीफ आतंकवादी मॉड्यूल मामले की जांच में खुलासा हुआ था कि आरोपी को कतर से क्रिप्टोकरंसी के रूप में धन मिलता था. पुलिस ने बताया था कि फुलवारी शरीफ निवासी 26 साल का मारगुव अहमद दानिश भारत विरोधी विचारों का प्रचार करने के लिए कथित तौर पर दो व्हाट्सऐप ग्रुप गजवा-ए-हिंद और डायरेक्ट जिहाद चलाने के आरोप में 15 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद से इस मामले में कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.