सीबीआई ने नवंबर 2020 में अनूप मांझी उर्फ लाला, ईसीएल के महाप्रबंधक अमित कुमार धर और जयेश चंद्र राय, ईसीएल सुरक्षा प्रमुख तन्मय दास, कुनुस्तोरिया क्षेत्र के सुरक्षा निरीक्षक धनंजय राय और काजोर इलाके के सुरक्षा प्रभारी देबाशीष मुखर्जी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी.

पश्चिम बंगाल में एक बार फिर सीबीआई की कार्रवाई शुरू हो चुकी है. अब कोयला घोटाला मामले में सीबीआई ने बंगाल के कानून और श्रम मंत्री मलय घटक के घर पर छापेमारी की है. आसनसोल में मंत्री के आवास पर ये छापेमारी चल रही है. बता दें कि इस मामले में ईडी पहले से एक्शन में है. कोयला घोटाले में ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज है.
जानकारी के मुताबिक मलय घटक को सीबीआई की तरफ से कई बार पूछताछ के लिए तलब किया गया था, लेकिन उन्होंने हर बार बहाने बनाकर पूछताछ में शामिल होने से इनकार कर दिया. इसके बाद अब सीबीआई ने उनके करीब 5 ठिकानों पर छापेमारी की है. इसके अलावा सीबीआई ममता के मंत्री से पूछताछ भी कर सकती है.
सीबीआई के बाद ईडी ने दर्ज किया केस
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था. 27 नवंबर 2020 को सीबीआई की तरफ से दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की गई थी. जांच के दौरान प्रवर्तन निदेशालय को गुरुपदा माझी और जॉयदेब मंडल के करोड़ों की हेरफेर का पता चला था. दोनों पर आरोप है कि ग्रुप अदा माझी में कोलकाता की 6 शेल कंपनियों के जरिए अपराध की 104 करोड़ रुपए की रकम को इधर से उधर किया. साथ ही यह भी आरोप है कि इस रकम से इन लोगों ने चल अचल संपत्तियां बनाई.
इस मामले में ईडी ने आरोपियों की करोड़ों रुपये की संपत्ति को भी जब्त किया था. करीब 181 करोड़ रुपये की चल अचल संपत्तियों को जप्त किया गया. इस मामले में ईडी पहले ही कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. ममता के भतीजे और टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी से ईडी कोयला घोटाला मामले में कई बार पूछताछ कर चुकी है. उनके खिलाफ आरोप है कि अवैध कारोबार से मिले पैसे उन तक पहुंचाए गए थे.