सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि शिक्षा की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के लिए हर साल आंतरिक परीक्षा भी आयोजित की जाएगी. साथ ही ये भी कहा है कि अब से हर साल 5वीं से 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड एग्जाम पैटर्न के आधार पर होंगी.

मध्य प्रदेश के स्कूलों में क्लास 5 से लेकर 8 क्लास के एग्जाम पैटर्न बदलाव किया गया है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि शिक्षा की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के लिए हर साल आंतरिक परीक्षा भी आयोजित की जाएगी. इसके साथ ही सीएम ने ये भी कहा कि सभी सरकारी, सरकारी मान्यता प्राप्त निजी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में कक्षा 5 वीं और 8 वीं की परीक्षाएं बोर्ड परीक्षा पैटर्न के तर्ज पर होंगी. इस बात की जानकारी सोशल मीडिया पर भी शेयर की गई है.
शिवराज सिंह चौहान ने बीएचईएल दशहरा मैदान में स्कूल शिक्षा और जनजातीय कार्य विभाग द्वारा 15,000 नवनियुक्त शिक्षकों के ट्रेनिंग प्रोग्राम को संबोधित करते हुए यह बात कही है. हालांकि सीएम ने बोर्ड परीक्षा के नए पैटर्न को लेकर डिटेल्स में जानकारी नहीं दी.
बोर्ड पैटर्न से होगी अच्छी तैयारी
मध्यप्रदेश में कक्षा 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं पहले होम परीक्षा के पैटर्न पर कराई जाती थी. पिछले साल इसमें बदलाव किया गया था. राज्य सरकार का मानना है कि बच्चों को शुरू से बोर्ड परीक्षा के हिसाब तैयार किया जाए तो उन्हें 10वीं 12वीं बोर्ड की परीक्षा में मदद मिलेगी. साथ ही, उनमें जंहा बोर्ड परीक्षा का भय कम होगा, वहीं बेहतर तैयारी करने में सक्षम भी होंगे. साथ ही सीएम ने कहा कि, छात्रों के लिए अब हर साल इंटरनल परीक्षाएं भी होंगीं.
शिक्षक दिवस पर बोले शिवराज
सीएम चौहान ने कहा कि बच्चों का भविष्य गढ़ने का दायित्व शिक्षकों पर है. शिक्षक बच्चों को जैसा गढ़ेगें, देश और प्रदेश का निर्माण वैसा ही होगा. भारत के भाग्यविधाता विद्यार्थी हैं और विद्यार्थियों के निर्माता शिक्षक हैं. शिक्षकों के सम्मान और उन्हें प्रणाम करने के उद्देश्य से ही आज का यह कार्यक्रम किया गया है.
इस दौरान सीएम चौहान ने कहा कि छात्रों को उनकी भाषा में शिक्षा देना आवश्यक है. इससे उनकी स्वाभाविक प्रतिभा प्रकट होती है. अपनी भाषा के गौरव को स्थापित करना आवश्यक है. हमें बच्चों को अंग्रेजी के भय से मुक्त करने की दिशा में भी कार्य करना है.