मनीष तिवारी ने कहा, हम इस संस्था (कांग्रेस) के किरायेदार नहीं हैं, हम सदस्य हैं। देखिए पूरी बयानजारी के वीडियो

कांग्रेस के कई नेता संगठन में चुनाव को लेकर मुखर हैं. तमाम नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी की अध्यक्षता को लेकर सवाल उठा चुके हैं. हाल ही में वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस आलाकमान पर तमाम इल्जाम लगाते हुए पार्टी को अलविदा कह दिया. अब ऐसे एक और वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी के बोल भी बगावती लग रहे हैं. मनीष तिवारी ने बुधवार सुबह एक के बाद एक कई ट्वीट किए, जिसमें उन्होंने सवाल किया कि बिना इलेक्टोरल रोल के स्वतंत्र चुनाव कैसे हो सकते हैं.
मनीष तिवारी ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता, सांसद और कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री को संबोधित करते हुए यह ट्वीट किए हैं. गौरतलब है कि मधुसूदन मिस्त्री ने मंगलवार को प्रमुख अंग्रेजी अखबार ‘द हिंदू’ से बातचीत में कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता को लेकर और स्वतंत्र चुनाव को लेकर किसी के भी मन में कोई शंका नहीं होनी चाहिए. मधुसूदन मिस्त्री ने गुलाम नबी आजाद के आरोपों को भी खारिज कर दिया था.
पूर्व संचार मंत्री मनीष तिवारी ने ट्वीट किया, ‘आदर सहित मधुसूदन मिस्त्री जी, सार्वजनिक रूप से उपलब्ध मतदाता सूची के बिना निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कैसे हो सकता है? निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव प्रक्रिया के लिए मतदाताओं के नाम और पते कांग्रेस की वेबसाइट पर प्रकाशित होने चाहिए.’
मनीष ने ट्वीट में लिखा, ’28 प्रदेश कांग्रेस कमेटी और 8 टेरिटोरियल कांग्रेस कमेटी के लिए चुनाव नहीं होता. क्यों किसी को मतदाताओं की पहचान के लिए एक-एक पीसीसी दफ्तर में जाना पड़ता है? पूरे आदर के साथ कहना चाहता हूं कि ऐसा तो किसी क्लब के चुनाव में भी नहीं होता. निष्पक्षता और पारदर्शिता के लिए मैं आपसे आग्रह करता हूं कि मतदाता सूची को वेबसाइट पर प्रकाशित करें.’
उन्होंने आगे ट्वीट करते हुए लिखा, ‘अगर किसी को अपना नामांकन दाखिल करता है तो उसे 10 कांग्रेस नेताओं द्वारा प्रस्तावित किया जाना जरूरी है. अगर उन्हें यही नहीं पता होगा कि मतदाता कौन है तो वह नामांकन दाखिल कैसे करेगा? यदि वह 10 कांग्रेस नेताओं को अपना प्रस्तावक बनाकर उनके दस्तखत ले भी आता है तो सीईए उसके नामांकन को यह कहते हुए खारिज कर सकता है कि यह तो वैध मतदाता हैं ही नहीं.’