छोटे बच्चों को कई बार गैस की समस्या का सामना करना पड़ता है. इस कारण पेट में ऐंठन होने लगती है. ऐसे में बच्चे काफी असहज महसूस करते हैं. ऐसा अनहेल्दी खाने के कारण भी हो सकता है. ऐसे में बच्चों को इस समस्या से राहत दिलाने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे भी आजमा सकते हैं.

छोटे बच्चों में गैस की समस्या कई कारणों से हो सकती है। बहुत ज्यादा गैस के कारण बच्चे कई बार अचानक से रोना भी शुरू कर देते हैं। बच्चों को पेट में गैस बनने पर उन्हें बहुत असहजता महसूस होती है और वह काफी बेचैन हो जाते हैं। अगर गैस की समस्या लगातार रहे, तो बच्चा चिड़चिड़ा भी हो सकता है।बच्चों के पेट में गैस बनने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे- फार्मूला मिल्क का ज्यादा पीना, दूध का ठीक से नहीं पचना, बच्चा कई बार बॉटल से तेजी से दूध पीता है, जिस कारण उसके पेट में हवा भी चली जाती है और बच्चा अगर थोड़ा बड़ा है, तो उसका गलत खानपान भी गैस का कारण बन सकता है।ऐसे में बच्चों को गैस से राहत दिलाने के लिए कुछ उपायों की भी मदद ली जा सकती है। ये उपाय एक साल से ऊपर के बच्चों के लिए ही प्रयोग करें। आइए जानते है इनके बारे में।
अजवाइन
अजवाइन शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होती है। अजवाइन खाना पचाने में मदद करती है। बच्चों को अजवाइन देने के लिए 1/4 कटोरी पानी को उबालें। पानी के उबालने के बाद उसमें आधी चम्मच से भी कम अजवाइन को डालें। पानी अच्छे से उबलने के बाद इसे छानकर हल्का गुनगुना पानी बच्चे को दें। बच्चे को अजवाइन की चाय भी दी जा सकती है। बच्चों को अजवाइन कम ही मात्रा में दें।
इलायची
इलायची कई गुणों से भरपूर होती है। इलायची में आयरन, फाइबर, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और विटामिन-सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। बच्चे को इलायची वाला दूध दिया जा सकता है और उसके खाने में 1 से 2 इलायची मिलाकर दी जा सकती हैं। इलायची बच्चों को देने से उल्टी और पाचन से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करता हैं।
पेट की सिंकाई करें
अगर बच्चे के पेट में गैस के साथ ऐंठन की समस्या हो रही है तो बच्चे की पेट की सिंकाई करें. इसके लिए गर्म पानी में तौलिया भिगो लें. इसे अच्छे से निचोड़ लें. इसके बाद बच्चे के पेट पर रखें. इससे गैस और पेट में ऐंठन की समस्या से राहत मिलेगी.
नींबू और काला नमक
नींबू के रस में काला नमक मिलाएं. इसमें पानी भी मिला सकते हैं. इसे बच्चे को दें. इससे खाने को आसानी से पचाने में मदद मिलेगी. इन दोनों चीजों को कम मात्रा में ही बच्चे को दें.