बेटी यशोधरा ने मां सोनाली फोगाट को मुखाग्नि दी. यशोधरा ने मां की अर्थी को कंधा भी दिया. मां के शव को देख यशोधरा फूट फूटकर रोने लगी जिसके बाद वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गईं.

भाजपा की महिला नेता एवं टिक टॉक स्टार सोनाली फोगाट के शव का शुक्रवार को ऋषि नगर स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार हुआ। उनकी बेटी यशोधरा ने अपनी मां की अर्थी को कंधा दिया और चचेरे भाई के साथ पार्थिव शरीर को मुखाग्नि देकर विदा किया। इससे पहले ढंढूर स्थित फार्म हाउस से सोनाली के पार्थिव शरीर को भाजपा के झंडे में लपेटकर मोक्ष वाहन से श्मशान घाट लाया गया। उनकी अंतिम यात्रा के दौरान लोगों ने सोनाली फोगाट अमर रहे के नारे लगाए। वहीं, भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग उठाई।
23 अगस्त को गोवा में मौत होने के बाद गुरुवार को देर रात 2.10 बजे सोनाली फोगाट का शव दिल्ली से एंबुलेंस से हिसार के नागरिक अस्पताल लाया गया। ताबूत में रखे शव को शवगृह के डीप फ्रिज में रखा गया। सुबह 9 बजे परिजन शव लेने के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचे।
सुबह 10.30 बजे उनका पार्थिव शरीर ढंढूर स्थित फार्म हाउस अंतिम दर्शन के लिए ले जाया गया। इस दौरान उनकी बेटी और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। इसके बाद ताबूत से शव को बाहर निकाला और अंतिम क्रिया शुरू की गई। कुछ देर बाद शव को घर के आंगन में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया।
सोनाली फोगाट के धर्म भाई ऋषभ ने पीए सुधीर सांगवान को लेकर किए अहम खुलासे किए हैं. ऋषभ ने बताया कि सोनाली फोगाट की जिंदगी में जब से उनका पीए सुधीर सांगवान आया था. तब से वो साजिश के तहत सोनाली को उनके परिवार से अलग कर रहा था. सोनाली फोगाट को जब परिवार के लोग फोन करते थे. तब सुधीर ही फोन रिसीव करता था और सोनाली की बात किसी से नहीं करवाता था. ऋषभ ने बताया कि अभी तो सुधीर सांगवान गोवा पुलिस की गिरफ्त में है लेकिन जब वो बाहर आएगा तब असली कहानी सामने आएगी और सबको पता लगेगा कि सोनाली की करोड़ों की संपत्ति हड़पने की ये साजिश थी और ऐसा भी संभव है कि उसने सोनाली फोगाट से कई कागजों पर दस्तखत करवा कर और अंगूठा लगवाकर प्रॉपर्टी अपने नाम करवा ली हो.
ऋषभ ने कहा कि सोनाली फोगाट की बेटी यशोधरा ही उनकी आखिरी वारिस हैं. ऐसे में प्रॉपर्टी के लिए यशोधरा की जान को भी खतरा हो सकता है. ऋषभ ने कहा कि जब तक इस पूरे मामले में गोवा पुलिस की जांच सही चल रही है तब तक उन्हें नहीं लगता कि सीबीआई जांच की कोई आवश्यकता है लेकिन इस पूरे मामले को हरियाणा सरकार और गोवा सरकार को गंभीरता के साथ देखना चाहिए.