
सिंगल होने का मतलब है किसी के साथ भी रोमांटिक कनेक्शन का न होना। जब पार्ट्नरशिप काम नहीं कर रही होती है, तो कई लोग अकेलेरहना चुनते हैं। हर किसी को अपनी जिंदगी को अपने तरह से जीने का पूरा हक है। लेकिन कुछ फैसले आपके लिए अच्छे होते है वहीं कोईफ़ैसले आपके लिए हानिकारक होते है। कई लोगों को अकेले रहना पसंद होता है और कई लोग रिलेशनशिप में रहना पसंद करते है। हम आपकोअकेले रहने के कुछ ऐसे नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बाद आप भी अपने फैसले पर फिर से सोचने पर मजबूर हो जाएंगे पर कभी–कभी यह सिंगल लाइफ़ ही काफ़ी रिस्की हो जाती है ऐसे में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है–
इंटिमेसी की कमी: सिंगल लोगों को इंटिमेसी डेफिसिट का अनुभव होने की अधिक संभावना होती है। इस तरह की अंतरंगता अकेलेपन कोजन्म देती है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं।
मानसिक बीमारी: एक रिश्ते में व्यक्ति अपनी परेशानियों को शेयर कर सकते हैं, जिससे उनके दिमाग पर तनाव कम हो सकता है। दूसरी ओर, अविवाहित लोगों के पास ऐसा कोई नहीं होता जिसके साथ वे अपनी परेशानियों को शेयर कर सके। जिसकी वजह से उन्हें उदासी और तनाव काखतरा होता है।
अकेलापन: क्योंकि आपके पास कंपनी के लिए जीवनसाथी नहीं है, अकेले होने का एक नुकसान अकेलापन है। दूसरी ओर, कुछ लोग अकेलेपनका अच्छी तरह से सामना कर सकते हैं जबकि कुछ नहीं कर सकते।
आसपास के लोगों का दबाव: अविवाहित लोगों को अक्सर अपने माता–पिता के दबाव का भी सामना करना पड़ता है, जो चाहते हैं कि वे शादीकरें और एक परिवार शुरू करें। इस प्रकार के दबाव के कारण वे अवांछित महसूस कर सकते हैं।