केजरीवाल सरकार की आबकारी नीति को लेकर केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई और आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर उसके विधायकों को लुभाने की कोशिश करने का आरोप लगाने के बीच दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र आज होने वाला है.

दिल्ली में चल रहे सियासी संग्राम के बीच दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को एक दिन का विधानसभा सत्र बुलाया है। केजरीवाल सरकार की ओर से सदन में दिल्ली के अंदर सरकार गिराने की जो कथित कोशिश जारी है उसे लेकर चर्चा की जाएगी। विशेष सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। विपक्ष के नेता रमेश बिधूड़ी का आरोप है कि आप ने विधानसभा को राजनीतिक अखाड़ा बना दिया है। एक दिवसीय सत्र बुलाकर लोकतंत्र का मजाक बनाया गया है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद विधानसभा में होने वाली चर्चा में शामिल होंगे। उधर, विपक्ष ने इस सत्र को भंग करने की मांग की है। सरकार के सूत्रों की मानें तो इस सत्र में आबकारी नीति को लेकर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर दर्ज की गई एफआईआर, उनके यहां की गई रेड के अलावा आप विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त को लेकर की गई कोशिश पर भी चर्चा होगी। वहीं कांग्रेस ने मांग की है कि सीएम और डिप्टी सीएम को सदन में शराब घोटाले को लेकर झूठ बोलने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
बैठक में शामिल नहीं होंगे सीएम
दिल्ली के जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर हर सप्ताह प्रत्येक शुक्रवार को उप राज्यपाल के साथ होने वाली बैठक में इस बार मुख्यमंत्री केजरीवाल शामिल नहीं होंगे। सरकार के मुताबिक 26 अगस्त को विधानसभा सत्र के चलते मुख्यमंत्री सदन में रहेंगे। इसलिए बैठक में शामिल होना संभव नहीं है।