एक्सपर्ट्स की मानें तो ट्विन टावर गिरने के बाद लगभग तीन किलोमीटर के दायरे तक धूल का गुबार फैला होगा. इसके बाद वह गुबार कैसे और कहां बढ़ेगा यह हवा की दिशा तय करेगी.

नोएडा के सेक्टर-93A स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के ट्विन टावर को 28 अगस्त को ध्वस्त कर दिया जाएगा. जैसे-जैसे रविवार का दिन नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे आस-पास में रहने वालों की धड़कनें तेज होती जा रही हैं. RWA उपाध्यक्ष ए. सच्चर ने बताया कि प्रशासन की तरफ से जारी की गई सभी एडवाइजरी का पालन किया जा रहा है. 28 अगस्त को सुबह 7 बजे तक हम सब लोग वाहन समेत इस जगह को खाली कर देंगे. RWA की ओर से प्रोटोकोल बना लिए गए हैं. 40 मंजिला सियान व अपेक्स को गिराने के लिए विस्फोटक लगाने का कार्य 24 अगस्त यानी बुधवार को ही पूरा कर लिया गया. अब सभी की निगाहें इस पर है कि जिस दिन इसे ध्वस्त किया जाएगा उस दौरान आस-पास रहने वालों पर इसका क्या असर पड़ेगा. धुल कणों का गुबार करीब तीन किमी के दायरे में पहुंच सकता है.
टावर को फाइबर से ढका गया
दरअसल जब ट्विन टावर में ब्लास्ट होगा तब उसका मलबा नीचे की तरफ गिरना शुरू करेगा और जैसे ही मलबा नीचे गिरेगा उतनी तेजी से धूल चारों ओर फैलने लगेगी. टावर में लगे हुए सीमेंट और मटेरियल की धूल के अलावा विस्फोट करने के लिए लगाए गए विस्फोटक का धुआं भी इसमें शामिल होगा. टावर गिराने वाली कंपनी एडिफिस एजेंसी ने धूल को कम करने के लिए टावर को जियो टेक्सटाइल फाइबर से ढका है इसके अलावा चारों तरफ से फाइबर के पर्दे भी लगाए गए हैं. जिससे अंदर से निकलने वाली धूल ज्यादा बाहर तक ना जाए. इसके बाद भी अनुमान लगाया जा रहा है कि जब विस्फोट होगा उसके बाद धूल ऊपर उठेगी और आसपास की सोसाइटी और सड़कों पर भी गिरेगी. यानी ट्विन टावर के बगल में बनी हुई सोसाइटी, आसपास की सड़कों और एक्सप्रेस-वे पर भी 15 मिनट बाद धूल मिट्टी नजर आने का अनुमान लगाया जा रहा है. धूल काम करने के लिए नोएडा अथॉरिटी और सीबीआरआई ने एडिफिस एजेंसी से टावर को ढकवाया है.
90 दिनों में उठाया जाएगा मलबा
दरअसल सिर्फ टावर गिरते वक्त ही धूल का गुबार नहीं उठेगा, बल्कि टावर गिरने के बाद जब इसका मलबा उठाया जाएगा उस दौरान भी धूल उड़ेगी, जो मलबा गिरेगा उससे सरिया और स्टील भी निकाला जाएगा. एडिफिस एजेंसी ने मलबा हटाने के लिए 90 दिन का समय लिया है. इसके लिए सी एंड डी वेस्ट मैनेजमेंट प्लान बनाया गया है. नोएडा अथॉरिटी की मानें तो ट्विन टावर से निकलने वाले मलबे से पहले टावर के बेसमेंट को भरा जाएगा. इसके बाद खाली जमीन पर मलबा भरने के लिए एग्रीमेंट किया गया है वहां पर भी 35000 क्यूबिक मीटर मलबा भरा जाएगा. वहीं ट्विन टावर से 42000 क्यूबिक मीटर से ज्यादा मलबा निकलने की उम्मीद जताई जा रही है. नोएडा अथॉरिटी टावर गिरने के दो घंटे बाद मैकेनिकल स्वीपिंग शुरू करवा देगी. दरअसल ध्वस्तीकरण के बाद एक्सप्रेस वे और सड़कों पर भी धूल की मोटी परत जम जाएगी.
सोसाइटी ने जाहिर की चिंता
इस को ध्यान में रखते हुए अथॉरिटी पहले एक्सप्रेसवे की सफाई करवाएगी उसके बाद आसपास के दूसरे सड़कों की सफाई करवाई जाएगी. ट्विन टावर के आसपास बनी सड़कों को रात में साफ किया जाएगा. वहीं टावर गिरने के बाद धूल के गुबार को लेकर बीते कई बैठकों में ट्विन टावर के आसपास बनी सोसाइटी एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज के लोगों ने हरियाली को लेकर भी चिंता जताई है. दरअसल इन दोनों सोसाइटी में लोगों ने हरियाली के लिए गार्डन बनाए हुए हैं इसके साथ ही लोगों की बालकनी में भी गार्डनिंग की हुई है. वहीं टावर गिराए जाने को लेकर जो धूल उड़ेगी इससे हरियाली पर खतरा बन सकता है जिसको लेकर लगातार सोसायटी में रहने वाले लोगों ने अथॉरिटी के सामने चिंता जताई है. इसपर टावर गिराने वाली एजेंसी ने किसी भी तरह के नुकसान पर होने वाले खर्च का भुगतान करने को कहा है. साथ में एजेंसी ने यह भी कहा है कि दोनों सोसाइटी में हरियाली को धूल से बचाने के लिए प्लास्टिक से ढक दिया जाएगा.