श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के आठवें अवतार हैं. संसार के पालन हारे का जन्मोत्सव कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है.जन्माष्टमी हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है.कोई उन्हें बाकें-बिहारी,कोई नंदलाल,कान्हा तो कहीं वो गिरधारी भगवान को खाने में बहुत ही साधारण सी चीजें पसंद हैं जानें क्या है वो चीजें.

जन्माष्टमी हिंदू धर्म में सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है. इस दिन को भगवान कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. देशभर में इस त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है. मथुरा और वृंदावन में कृष्ण जन्माष्टमी की धूम अलग ही रहती है. इस अवसर पर लोग भगवान कृष्ण के लिए तरह-तरह के प्रसाद बनाते हैं. इस दिन भगवान कृष्ण के प्रिय भोजन बनाए जाते हैं. इस मौके पर आप भी कई तरह स्वादिष्ट भोग बना सकते हैं. ऐसे में यहां कुछ भोग की रेसिपीज दी गई हैं आप इन्हें भी बना सकते हैं.
जन्माष्टमी में भोग लगाने के लिए रेसिपी
नारियल के लड्डू बनाने की आसान विधि
लड्डू बनाने के लिए सामग्री
2 कप कद्दकस किया हुआ नारियल
1 कप दूध
1 बड़ा चम्मच घी
¼ कप मिल्क पाउडर
¼ छोटा चम्मच इलायची पाउडर
2 चम्मच बारीक कटे काजू
अब आपको एक कड़ाही में घी डालकर नारियल को अच्छी तरह से भून लीजिए. ध्यान रखे कि इसको बहुत तेज आंच पर न भूनें. जब अच्छे से रोस्ट हो जाए तो उसमें चीनी और इलायची पाउडर डालकर मिला लीजिए. अब इसमें काजू और मिल्क पाउडर मिलाकर अच्छी तरह से चला लीजिए. सारी सामग्री को मिलाकर लगभग 1 से 2 मिनट तक धीमा आंच पर पकाएं. जब पक जाए तो गैंस बंद कर मिश्रण को ठंडा होने के लिए रख दें. उसके बाद गोल लड्डू बनाकर तैयार कर लें. लीजिए आपके लड्डू तैयार हैं.
पंजीरी बनाने की विधि
एक कप धनिया चाहिए
आधा कप- चीनी का बूरादा
आधा कप बारीक कटे बादाम
आधा कप बारीक कटे काजू
एक बड़ा चम्मच किशमिश
1/2 छोटा चम्मच इलायची पाउडर चाहिए
दो बड़े चम्मच कप घी
1/2 कप ग्रेट किया नारियल
1/2 कप मखाना
पंजीरी बनाने के लिए आप एक बर्तन में घी गरम करें. घी गरम होने पर उसमें कटी हुई सारी मावा को भून लें. इसके बाद दूसरी कड़ाही में आप घी डालकर धनिया पाउडर को भी अच्छी तरह से भून लीजिए. इसे भूनने में थोड़ा टाइम लगता है. करीब 10 से 15 मिनट. पंजीरी की खूशबू आने लगे तो गैस बंद कर दीजिए और उसे ठंडा होने दें. अब भूने हुए मखाने, काजू, बादाम, किशमिश इलायची पाउडर और चीनी का बुरादा डालकर मिला लीजिए. अब पंजीरी भोग लगाने के लिए तैयार है. भगवान जी को पंजीरी का भोग लगाकर खुश करें.