मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले से आज आजादी के जश्न के मौके पर राष्ट्रीय ध्वज के अपमान की तस्वीर सामने आई है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

आज पूरा देश आजादी के अमृत महोत्सव यानी 15 अगस्त उमंग, उत्साह और हर्षेल्लास के साथ मना रहा है. इस मौके पर देश के हर राज्य से जश्न की तस्वीरें समाने आ रही हैं. लेकिन मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले से जो तस्वीर सामने आई है वह देश के लिए बेहद अपमानजनक है. यहां जबलपुर जिले के पाटन ब्लॉक के जनपद अध्यक्ष कार्यालय में स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा था. इसी मौके पर नगर पंचायत सीईओ और जनपद अध्यक्ष की मौजूदगी में राष्ट्रीय ध्वज को उल्टा फहरा दिया गया. लेकिन तभी वहां मौजूद लोगों ने इसका वीडियो अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया जो अब सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है.
जबलपुर के जनपद पंचायत कार्यालय में आज सोमवार को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को उल्टा फहरा दिया. जनपद पंचायत सीईओ पाटन प्रावीड कुमार ईवने और जनपद पंचायत पाटन की अध्यक्ष ज्योति ठाकुर की अध्यक्षता में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जा रहा था. जैसे ही वहां मौजूद कर्मचारी की नजर राष्ट्रीय ध्वज पर पड़ी तो भाई दौड़ कर ध्वज को सीधा करने के लिए दौड़ा लेकिन तब तक वहां मौजूद लोगों ने इसका वीडियो अपने मोबाइल पर रिकॉर्ड कर लिया. कर्मिकों को अपनी गलती का एहसास हुआ तो मानो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई और दौड़ते-भागते ध्वज को सही फहराने में लग गए. भारत का झंडा राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है. राष्ट्रीय ध्वज को उल्टा फहराना या फिर उसका अपमान करना कानूनन जुर्म है.
अपमान पर लोगों ने संबंधित अधिकारी को दी सूचना
ध्वज को फहराते समय केसरिया रंग ऊपर और हरा रंग नीचे की तरफ रहना चाहिए. लेकिन वहां मौजूद अधिकारी कर्मचारियों को यह भी नहीं पता की राष्ट्रीय ध्वज का कौन सा रंग ऊपर रहता है. राष्ट्रध्वज के अपमान और मामले की गंभीरता को देखते हुए लोगों ने इसकी सूचना संबंधित अधिकारी को दी. अगर सरकारी आवास या दफ्तर पर राष्ट्रीय ध्वज को उल्टा फहराना या फिर अन्य किसी तरह से अपमान किया जाता है तो कानूनन जुर्म है. इस संबंध में सजा का प्रावधान है, जो कि मामला दर्ज करने के साथ 3 साल की सजा तक भी हो सकती है. लेकिन फिलहाल अब देखना है कौन है इसका दोषी और कब मिलेगी सजा?