कई रिपोर्ट में सामने आया है कि इसे सरकार द्वारा आईटी अधिनियम, 2000 के तहत बैन किया गया है, बता दें कि वीएलसी मीडिया की वेबसाइट खोलने पर आई एक्ट के तहत बैन किए जाने का मैसेज दिख रहा है. इसका मतलब ये हुआ कि भारत में कोई भी किसी भी काम के लिए प्लेटफॉर्म का एक्सेस नहीं कर सकता है.

मीडिया प्लेयर और वीडियो स्ट्रीमिंग सर्वर वीएलसी मीडिया प्लेयर को देश में बैन कर दिया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वीडियोलैन प्रोजेक्ट के वीएलसी मीडिया प्लेयर और वेबसाइट को सरकार ने आईटी अधिनियम, 2000 के तहत बैन किया है. वीएलसी मीडिया प्लेयर और इसकी वेबसाइट की सर्विसेज को करीब दो महीने पहले से ही बंद किया जा चुका है. हालांकि, कंपनी की तरफ से इस पर कोई बयान नहीं आया है. लेकिन, इसकी वेबसाइट डाउन है और डाउनलोड लिंक को भी ब्लॉक कर दिया गया है. वीएलसी मीडिया की वेबसाइट खोलने पर आई एक्ट के तहत बैन किए जाने का मैसेज दिख रहा है.
मोदी सरकार ने इससे पहले करीब 350 चाइनीज ऐप को सुरक्षा कारणों से देश में बैन किया था. हाल ही में बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया को भी गूगल प्ले-स्टोर और एप्पल के ऐप स्टोर से अचानक गायब कर दिया गया था. इसके बाद बीजीएमआई के स्टोर से गायब होने से गेम प्लेयर परेशान हो गए थे और ट्विटर बीजीएमआई हैशटैग ट्रेंड कर रहा था. बाद में बीजीएमआई बैन होने की पुष्टि की गई. 2020 में PUBG को बैन किए जाने के बाद बीजीएमआई को उसका सब्सटीट्यूट बनाकर उतारा गया था.
इस बैन पर कंपनी और सरकार की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। एक ट्विटर यूजर ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी और कहा कि इस प्लेटफॉर्म पर दो महीने पहले से ही बैन लगा दिया गया है, यूजर ने लिखा कि इस प्लेटफॉर्म को भारत में आईटी अधिनियम, 2000 के तहत सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के आदेश पर बंद किया गया है।