सावन की पूर्णिमा पर भाई की मंगलकामना, परिवार की सुख समृद्धि और मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए क्या करें और क्या न करें, जानने के लिए जरूर पढ़ें ये लेख.

सनातन परंपरा में श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व है क्योंकि इसका संबंध न सिर्फ भाई और बहन के स्नेह से जुड़े रक्षाबंधन पर्व से है, बल्कि यह पावन तिथि भगवान शिव, भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी की विशेष पूजा के लिए भी जानी जाती है. इसी दिन श्रावणी उपाकर्म भी होता है, जिसमें पुराने यज्ञोपवीत का त्याग करके नए यज्ञोपवीत को पूजा करके धारण किया जाता है. ऐसी पावन पूर्णिमा तिथि पर पुण्य की प्राप्ति और मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए कई नियम बताए गए हैं. आइए जानते हैं कि सावन की पूर्णिमा पर हमें क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए.
श्रावण पूर्णिमा पर क्या करें
- आज सावन महीने का अंतिम दिन है, इसलिए आज इसके खत्म होने से पहले औढरदानी शिव की पूजा, रुद्राभिषेक और मंत्र जप का उपाय अवश्य करें.
- प्रत्येक मास की पूर्णिमा तिथि को भगवान श्री हरि की पूजा के लिए अत्यंत ही उत्तम माना गया है, ऐसे में आज भगवान विष्णु की पीले पुष्प, पीले फल और पीला मिष्ठान चढ़ाकर पूजा अवश्य करें. भगवान विष्णु की पूजा में आज विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ अवश्य करें.
- पूर्णिमा तिथि भगवान विष्णु के साथ धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा के लिए भी अत्यंत ही शुभ मानी गई है. ऐसे में आज आर्थिक समस्याओं को दूर करने और धन धान्य को पाने के लिए मां लक्ष्मी की विधि विधान से पूजा करें. मां लक्ष्मी की पूजा में विशेष रूप से नारियल चढ़ाएं.
- आज रक्षाबंधन के पर्व पर अपने भाई को राखी बांधने के साथ अपने इष्टदेव को राखी अवश्य बांधे.
- आज बहनों के द्वारा राखी बंधवाने के साथ किसी पुरोहित से रक्षासूत्र भी बंधवाना अत्यंत शुभ माना गया है.
- आज श्रावण पूर्णिमा पर अपने बहनों को कुछ न कुछ उपहार अवश्य दें.
- पूर्णिमा की पावन तिथि चंद्र देवता की पूजा के लिए भी जानी जाती है. यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर होकर आपके मानसिक कष्ट का कारण बन रहा है तो आज चंद्रोदय के समय चंद्र देवता को अर्घ्य दें और उनके मंत्र का जाप करें.
श्रावण पूर्णिमा पर क्या न करें
- आज श्रावण पूर्णिमा पर अपने बहनों के साथ किसी भी प्रकार का वाद विवाद न करें और न ही उन्हें पीड़ा पहुंचाएं.
- श्रावण मास की पूर्णिमा पर किसी भी प्रकार की तामसिक चीज का सेवन न करें.
- श्रावण मास की पूर्णिमा पर काले कपड़े पहनने की भूल बिल्कुल न करें.
- श्रावण मास की पूर्णिमा पर यदि कोई दान मांगने के लिए आए तो उसे खाली हाथ न जानें दें.
- श्रावण मास की पूर्णिमा पर पूजा पाठ और व्रत करते समय किसी के प्रति गलत विचार न लाएं और न ही क्रोध करें.