श्रीकांत त्यागी ने ग्रैंड ओमेक्स निवासी महिला को अपशब्द कहे थे, जिन्होंने सोसायटी के सामान्य क्षेत्र में पेड़ लगाने पर आपत्ति जताई थी. त्यागी ने दावा किया था कि ऐसा करने के उनके अधिकार में हैं.

कानून का शिकंजा कसते ही नोएडा के गालीबाज ने नेता श्रीकांत त्यागी की सारी हेकड़ी निकलने के साथ ही सुर भी बदल गए हैं। कल तक वह सोसाइटी की जिस महिला को गालियां देकर अपना रौब झाड़ रहा था, अब वह उसे अपनी बहन बता रहा है। इतना ही नहीं, इस घटना को एक राजनीतिक साजिश करार दे रहा है।
नोएडा सेक्टर 93-बी स्थित ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में महिला से गाली-गलौज और हाथापाई करने के मामले में गिरफ्तार आरोपी श्रीकांत त्यागी को मंगलवार को सूरजपुर कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
श्रीकांत त्यागी ने अदालत से ले जाते समय कहा कि मैं घटना पर खेद व्यक्त करता हूं। वह महिला मेरी बहन की तरह है, यह घटना राजनीतिक है और मुझे राजनीतिक रूप से खत्म करने के लिए की गई थी।
पीड़िता को बताया अपनी बहन
त्यागी को कोर्ट से जाते समय जब मीडियाकर्मियों ने उससे बातचीत की, तब उसने कहा कि जिस महिला के साथ मारपीट की वो तो उसकी बहन की तरह थीं. उसने दावा किया कि पूरी घटना राजनीतिक थी, सबकुछ उसे राजनीतिक रूप से खत्म करने के लिए किया गया. त्यागी ने कहा, ‘मुझे उस घटना का दुख है. वो (पीड़िता) मेरी बहन की तरह हैं. घटना राजनीतिक थी और मुझे राजनीतिक रूप से खत्म करने के लिए की गई.’
महिला से मारपीट का वीडियो वायरल होने का बाद हुई कार्रवाई
मालूम हो जैसे ही महिला से गाली-गलौज करने और मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, एक शिकायत दर्ज की गई और त्यागी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 354 के तहत मामला दर्ज किया गया. मामला दर्ज होने के बाद से वह लापता हो गया था. त्यागी ने भाजपा के किसान मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और उसकी युवा समिति के राष्ट्रीय समन्वयक होने का दावा किया, भले ही सत्तारूढ़ दल ने उनके साथ किसी भी संबंध से इनकार किया हो. त्यागी को आखिरकार बीते मंगलवार को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया गया.
वाहन भी जब्त किए गए
जांच के दौरान पुलिस ने त्यागी के दो वाहनों को भी जब्त कर लिया, जो मोटर वाहन अधिनियम का उल्लंघन करते हुए पाए गए थे. पुलिस ने भाजपा के झंडे वाली एक एसयूवी और टिंटेड विंडस्क्रीन पर एक वीवीआईपी विधायक स्टिकर को जब्त कर लिया. इस बीच यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने त्यागी को गिरफ्तार करने वाली टीम के लिए 2 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है। डीजी (इंटेलिजेंस) डीएस चौहान ने भी पुलिस अधिकारियों को एक लाख रुपये देने की घोषणा की है.