मनोज प्रभाकर ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद राजस्थान के मुख्य कोच का पद संभाला और फिर दिल्ली टीम के गेंदबाजी कोच के रूप में काम किया. 59 साल के मनोज ने 2016 में टी20 विश्व कप के दौरान गेंदबाजी कोच के रूप में अफगानिस्तान की राष्ट्रीय टीम के साथ काम किया.

नेपाल क्रिकेट संघ ने सोमवार को पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज प्रभाकर को नेपाल पुरुष राष्ट्रीय टीम का नया मुख्य कोच घोषित किया. पुबुदु दसनायके की जगह, भारतीय ऑलराउंडर प्रभाकर ने तीन रणजी ट्रॉफी टीमों के लिए मुख्य कोच के रूप में काम किया है. इससे पहले वे अफगानिस्तान के गेंदबाजी कोच के रूप में काम कर चुके हैं.
बता दें कि प्रभाकर ने 169 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया है. पूर्व भारतीय स्टार ऑलराउंडर और रणजी ट्रॉफी विजेता कोच, भारत के मनोज प्रभाकर को नेपाल राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया है. प्रभाकर ने भारत के लिए 39 टेस्ट मैच और 130 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. एक कोच के रूप में, उन्हें दिल्ली, राजस्थान और यूपी क्रिकेट एसोसिएशन की रणजी ट्रॉफी टीमों के साथ अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के कोच के रूप में काम करने का अनुभव है.”
प्रभाकर ने 1980 और 1990 के दशक के दौरान 39 टेस्ट और 130 वनडे मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया. उन्होंने टेस्ट में 96 और वनडे में कुल 157 विकेट लिए जबकि दोनों फॉर्मेट में कुल 3458 रन बनाए. मनोज ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद शुरुआत में राजस्थान के मुख्य कोच का पद संभाला और फिर दिल्ली की ओर से गेंदबाजी कोच के रूप में काम किया. वह घरेलू क्रिकेट में दिल्ली के लिए खेलते थे.
59 साल के मनोज प्रभाकर ने 2016 में टी20 विश्व कप के दौरान गेंदबाजी कोच के रूप में अफगानिस्तान की राष्ट्रीय टीम के साथ काम किया. बाद में उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्य कोच के रूप में नियुक्त किया गया था. मनोज ने कहा कि वह खिलाड़ियों की प्रतिभा और कौशल को देखने के बाद कुछ योजनाओं के साथ नेपाल क्रिकेट से जुड़े हैं और वह उनके साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं. उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य आने वाले वर्षों में नेपाल को क्रिकेट की ताकत बनाना है.