5 अगस्त 1947 को हमें ब्रिटिश शासन के 200 सालों के राज से आजादी मिली थी. ये दिन हमारे फ़्रीडम फाइटर्स के त्याग, तपस्या और बलिदान की याद दिलाता है.

इस साल 15 अगस्त के दिन देश अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है. ये दिन देश के उन वीरों की गौरव गाथा और बलिदान का प्रतीक है जिन्होंने अंग्रेजों के दमन से देश आजाद कराने में अपना सबकुछ न्योछावर कर दिया था. 15 अगस्त 1947 को हमें ब्रिटिश शासन के 200 सालों के राज से आजादी मिली थी. ये दिन हमारे फ़्रीडम फाइटर्स के त्याग और तपस्या की याद दिलाता है.
महात्मा गांधी, भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार वल्लभभाई पटेल, डॉ.राजेंद्र प्रसाद, मौलाना अबुल कलाम आजाद, सुखदेव, गोपाल कृष्ण गोखले, लाला लाजपत राय, लोकमान्य बालगंगाधर तिलक, चंद्र शेखर आजाद, खुदीराम बोस समेत असंख्य वीरों ने देश के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया था और आजाद भारत के सपने को साकार किया था. ये इन असाधारण वीरों का बलिदान ही है कि हम आज आजाद भारत में सांस ले पा रहे हैं.
अगर आप 75वें स्वतंत्रता दिवस के जश्न को यादगार बनाना चाहते हैं तो आज हम आपको देश की कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पहुंचकर आप देशभक्ति के रंग में सरोबर हो जाएंगे। आइये जानते है इन जगहों के बारे में…

लाल किला: स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाने के लिए दिल्ली के लाल किले से अच्छी जगह और क्या होगी। कहा जाता है कि जब भारत को आजादी मिली थी तो देश के पहले प्रधानमंत्री ने लाल किले से भी भाषण दिया था। दिल्ली में स्थित यह ऐतिहासिक फोर्ट हर साल कई कहानियों का साक्षी बनता है। ऐसे में अगर आप 15 अगस्त को दिल्ली में घूमने का प्लान बना रहे हैं आप यहां जा सकते हैं। इसके अलावा दिल्ली में इंडिया गेट, राज घाट और गांधी स्मृति आदि जगहों पर जा सकते हैं।

अल्फ्रेड पार्क: अल्फ्रेड पार्क जिसे कंपनी गार्डेन के नाम से भी जाना जाता है, वही जगह है जहां चंद्रशेखर आजाद ने देश के लिए लड़ाई लड़ते हुए अपनी जान गंवाई थी। इसे चंद्र शेखर आजाद पार्क के नाम से भी जाना जाता है। इलाहाबाद का यह सबसे बड़ा पार्क है जहां चंद्रशेखर आजाद का स्मारक स्थापित है।

मुनाबाव बॉर्डर: वाघा बॉर्डर तो आप एक बार नहीं बल्कि कई बार घूमने के लिए गए होंगे, लेकिन इस बार 15 अगस्त को आपको मुनाबाव बॉर्डर ज़रूर जाना चाहिए। आपको बता दें कि यह बॉर्डर राजस्थान के बाड़मेर में है। यहां आप परेड ही देख सकते हैं। इसके अलावा यह आप पाकिस्तान के मध्य चलने वाली रेल को भी देख सकते हैं। इसके अलावा आप राजस्थान में लोंगेवाला बॉर्डर भी घूमने का जा सकते हैं।

जलियांवाला बाग: आजादी का जश्न मनाने के लिए पंजाब के अमृतसर शहर से कई अच्छी जगह नहीं हो सकती है। जी हां, यहां आप जलियांवाला बाग घूमने के लिए जा सकते हैं। जलियांवाला बाग वो स्थान है जहां 1919 में हजारों बेगुनाह लोगों पर गोलियां चलाई गई थी। अमृतसर में आप सिर्फ जलियांवाला बाग ही नहीं बल्कि विश्व प्रसिद्ध वाघा बॉर्डर भी घूमने के लिए जा सकते हैं। इसके अलावा आप स्वर्ण मंदिर में भी घूमने के लिए जा सकते हैं।

कारगिल युद्ध स्मारक: अगर आप कारगिल युद्ध में वीर गति प्राप्त होने वाले सैनिकों के स्मारकों को देखना चाहते हैं तो आपको इस बार कारगिल युद्ध स्मारक यानी लद्दाख ज़रूर पहुंचना चाहिए। यह वह स्थान है जहां एक बार घूमने के बाद आप खुद को भारतीय होने पर लाख गुणा गौरवान्वित महसूस करेंगे। हजार से भी अधिक की फीट पर मौजूद इस स्मारक के अंदर वीर गति प्राप्त सैनिकों का नाम स्मारक के अंदर एक बलुआ पत्थर पर लिखे गए हैं। 15 अगस्त को यहां हजारों लोग घूमने के लिए पहुंचते हैं।