अल जवाहिरी के खिलाफ ऑपरेशन 6 महीने पहले शुरू हुआ था. जिसके बाद 2 महीने पहले अल जवाहिरी की तलाश को और तेज किया गया. शनिवार 30 जुलाई को बाइडेन ने उसकी मौत का फाइनल ऑर्डर दिया था.

मोस्ट वॉन्टेड ग्लोबल टेरररिस्ट अल-जवाहिरी को मार गिराया गया है. अमेरिका ने अल-कायदा चीफ को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में ड्रोन स्ट्राइक में मार गिराने में बड़ी कामयाबी हासिल की है. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. बाइडेन ने कहा कि मेरे आदेश पर अफगानिस्तान के काबुल में यह ड्रोन स्ट्राइक की गई थी. अल-जवाहिरी पर 25 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित था. अमेरिका काफी समय से उसकी तलाश में था. क्योंकि जवाहिरी ने अमेरिका में कई आतंकी घटनाओं की साजिश रची थी. वह अमेरिका में हुए 9/11 के आतंकी हमले का मुख्य साजिशकर्ता था. यही नहीं, उसका 2000 USS कोल अटैक और 1998 के केन्या तथा तंजानिया में स्थित अमेरिकी दूतावासों पर हुए बम विस्फोट में भी बड़ा हाथ था.
जवाहिरी सालों से छिपता फिर रहा था. उसका पता लगाकर उसे मार गिराने के लिए कई खुफिया जानकारियों का सहारा लिया गया. अमेरिका द्वारा मौत के ऐलान से पहले अफवाह थी कि जवाहिरी पाकिस्तान के कबायली इलाके या फिर अफगानिस्तान में छिपा हुआ है. जानकारी के मुताबिक, जिस घर में अलकायदा के खूंखार आतंकी अल जवाहिरी को मार गया है. उसका मालिक सिराजुद्दीन हक्कानी कार्यालय के निदेशक मावली हमजा है. हमजा सिराजुद्दीन का दाहिना हाथ माना जाता है. बताया जाता है कि इस अमेरिकी ड्रोन हमले में अलकायदा से जुड़े 12 अरबी और तालिबान के कई आला अधिकारी भी मारे गए हैं.
6 महीने पहले शुरू हुआ था ऑपरेशन
अल जवाहिरी के खिलाफ ऑपरेशन 6 महीने पहले शुरू हुआ था. जिसके बाद 2 महीने पहले अल जवाहिरी की तलाश को और तेज किया गया. शनिवार 30 जुलाई को बाइडेन ने उसकी मौत का फाइनल ऑर्डर दिया था. बाइडेन के ऑर्डर के बाद ही अल जवाहिरी का एनकाउंटर कर दिया गया. बताया जा रहा है कि जिस घर में अलजवाहिरी मारा गया है. वह इलाका राष्ट्रपति भवन और वजीर अकबर खान इलाके के करीब तालिबान लड़ाकों से भरा है. सैकड़ों सशस्त्र तालिबान सदस्य छतों पर मौजूद हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, अल जवाहिरी छिपकर तालिबान नेता के घर में रह रहा था. वह सिराजुद्दीन हक्कानी के घर में मौजूद था. अमेरिका के ऑपरेशन के समय अल जवाहिरी बालकनी में खड़ा था. अमेरिका ने हेलफायर मिसाइल से सटीक निशाना लगाया और आतंकी को मार गिराया.
तालिबान ने की इस ऑपरेशन की निंदा
वहीं दूसरी तरफ अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने इस अमेरिका के इस ऑपरेशन की कड़ी निंदा की है. अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में अमेरिकी कार्रवाई की आलोचना की है. साथ ही, अंतरराष्ट्रीय मानकों और दोहा समझौते का उल्लंघन करार दिया है.
बराक ओबामा ने क्या कहा
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सालों से खुफिया तरह से काम कर रहे सदस्यों को श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन के नेतृत्व में काम कर रहे उन सभी सदस्यों को श्रद्धांजली जिन्होंने सालों तक इस मौके का इंतजार किया है. आतंकवादी अल-जवाहिरी के मारे जाने की खबर इस बात का भी सबूत है कि अफगानिस्तान में युद्ध के बिना आतंकवाद को जड़ से खत्म करना संभव है और मुझे उम्मीद है कि यह खबर 9/11 के परिवारों और अल-कायदा के हाथों पीड़ित सभी लोगों को शांति देगा.