जेफरिज ने आईटीसी के टारगेट प्राइस को 305 रुपये से रिवाइज करते हुए 360 रुपये प्रति शेयर कर दिया है। ब्रोकरेज ने इस स्टॉक को ‘बाय’ टैग भी दिया है। बता दें, Q1 में कंपनी का शुद्ध लाभ 4,169 रुपये का हुआ।

इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही बीत चुकी है। अब एक-एक करके कंपनियों के पहली तिमाही सामने आ रहे हैं। आईटीसी लिमिटेड की पहली तिमाही के आंकड़ों ने निवेशकों को खुश कर दिया है। पहली तिमाही में कंपनी के नेट प्राॅफिट में 38% का इजाफा देखने को मिला है। अप्रैल से जून तिमाही के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ 4,169 रुपये रहा है। पहली तिमाही के नतीजे देखने के बाद एक निवेशक का तौर पर आप भी सोच रहे होंगे कि क्या ITC के शेयरों में दांव लगाना सही रहेगा या नहीं? आइए जानते हैं एक्सपर्ट क्या कुछ कह रहे हैं।
कहां पहुंचा आईटीसी का स्टॉक
आज के कारोबार में आईटीसी ने 316.65 का दिन का उच्चतम स्तर बनाया है जो कि स्टॉक का साल का सबसे ऊंचा स्तर भी है. शेयर ने इस साल 204.5 का निचला स्तर छुआ था. स्टॉक में ये बढ़त अनुमान से बेहतर नतीजों के बाद देखने को मिली है. पहली अगस्त को जारी नतीजों के मुताबिक कंपनी का मुनाफा कंसोलिडेटेड आधार पर पिछले साल के मुकाबले 33 प्रतिशत बढ़कर 4462 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है. कंपनी के ये नतीजे बाजार की उम्मीदों से बेहतर रहे हैं. मनीकंट्रोल के एक सर्वें में मुनाफा 4050 करोड़ रुपये रहने का अनुमान था. इसके साथ ही कंपनी की आय 39 प्रतिशत बढ़कर 19831 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई है. इन आंकड़ों के बाद स्टॉक में खरीद देखने को मिल रही है.
आगे भी है बढ़त का अनुमान
नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउस की तरफ से स्टॉक की रीरेटिंग संभव है. फिलहाल मॉर्गेन स्टेनली, सीएलएसए, मोतीलाल ओसवाल, और शेयर खान स्टॉक को लेकर सकारात्मक बने हुए हैं और इनकी स्टॉक में निवेश की सलाह है, ब्रोकरेज हाउस ने स्टॉक में फिलहाल 330 से 350 तक का लक्ष्य दिया है. अगर स्टॉक में यही ग्रोथ जारी रही तो स्टॉक जल्द ही ये लक्ष्य हासिल कर सकता है.
कैसा रहा है पहली तिमाही का प्रदर्शन?
आईटीसी ने एक बयान में कहा, ”सभी कारोबार खंडों में मजबूत प्रदर्शन जारी है।” आईटीसी ने बताया कि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में उसका कुल खर्च 14,201.51 करोड़ रुपये रहा, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 10,220.49 करोड़ रुपये था।
कंपनी के अनुसार, पहली तिमाही के दौरान आर्थिक गतिविधियों ने व्यापार और उपभोक्ता भावनाओं में तेजी के साथ और गति पकड़ी। हालांकि, भू-राजनीतिक संकट और लगातार आपूर्ति श्रृंखला में बाधाओं के कारण जिंसों की कीमतें बढ़ गईं। आईटीसी ने बताया कि आलोच्य तिमाही के दौरान समूह के दैनिक उत्पाद वाली श्रेणी में कुल आय 25.05 प्रतिशत बढ़कर 11,922.81 करोड़ रुपये हो गई। एक साल पहले की इसी तिमाही में यह 9,534.07 करोड़ रुपये थी। इसमें सिगरेट का कारोबार भी शामिल है।
डिस्क्लेमर: यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है निवेश का कोई भी फैसला लेते वक्त कृपया अपने स्तर पर भी सलाह को जांच लें