ईडी ने दस्तावेजों की तलाश में नेशनल हेराल्ड के ठिकानों पर छापेमारी की है. बता दें कि, नेशनल हेराल्ड केस मामले में सोनिया और राहुल से पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम ने दिल्ली के हेराल्ड हाउस पर छापेमारी की है.

नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े एक कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछताछ के कुछ दिनों बाद, आज नेशनल हेराल्ड अखबार कार्यालयों सहित लगभग दस ठिकानों पर छापेमारी की. ईडी ने पिछले महीने सोनिया गांधी से तीन दिनों तक इस मामले में 100 से अधिक प्रश्न पूछे थे. उसके पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से पांच दिनों तक ईडी ने पूछताछ की थी, जिसमें राहुल गांधी से करीब 150 सवाल पूछे गए थे. बता दें कि सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस ने देश भर में धरना दिया था.कांग्रेस का आरोप है कि चुनावों में राजनीतिक लाभ पाने और विपक्षी दलों के नेताओं को परेशान करने के लिए मोदी सरकार ईडी का इस्तेमाल कर रही है.
सोनिया और राहुल से पूछताछ के बाद हुई कार्रवाई
बता दें कि, इससे पहले ईडी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से भी पूछताछ की थी. प्रवर्तन निदेशालय की टीमें नेशनल हेराल्ड के दफ्तर समेत 10 अलग-अलग जगहों पर आज छापेमारी कर रही हैं. 21 और 26 जुलाई को ही सोनिया गांधी से ईडी ने पूछताछ की थी. उससे पहले राहुल गांधी से भी लगातार कई दिनों तक ईडी की ओर से नेशनल हेराल्ड केस में पूछताछ की गई थी. अब एजेंसी की ओर से यह नया ऐक्शन लिया गया है.
सोनिया गांधी से 11 घंटे हुई थी पूछताछ
इससे पहले 27 जुलाई को ही ईडी ने सोनिया गांधी से करीब 11 घंटे तक सवाल-जवाब किया था. यह पूछताछ 3 दिनों तक चली थी. इस दौरान जांट एजेंसी ने सोनिया गांधी से नेशनल हेराल्ड से जुड़े 40 से ज्यादा सवाल पूछे थे. सोनिया से पहले ईडी राहुल गांधी से भी 50 घंटे से ज्यादा की पूछताछ कर चुकी है.
क्या है नेशनल हेराल्ड केस
नेशनल हेराल्ड एक अखबरा है जिसे भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने साल 1938 में शुरू किया था. इसका मालिकाना हक एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड यानी एजीएल के पास था, लेकिन 70 साल बाद साल 2008 में घाटे की वजह से अखबार को बंद करना पड़ा. ऐसा आरोप है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की सहमति से कांग्रेस के फंड से 90 करोड़ का लोन एजीएल को दिया गया था. बाद में सोनिया और राहुल गांधी ने यंग इंडिया नाम से एक कंपनी बनाकर इस अखबार की संपत्ति पर कब्जा कर लिया. यंग इंडिया में सोनिया और राहुल के अलावा मोतीलाल वोरा और आस्कर फर्नांडिस की भी हिस्सेदारी थी. दोनों का निधन हो गया.
कांग्रेस ने राज्यसभा में कहा, बदले की भावना से प्रेरित है कार्रवाई
नेशनल हेराल्ड मामले में ED के सर्च ऑपरेशन पर राज्यसभा में कांग्रेस सांसद नासिर हुसैन ने एनडीटीवी से कहा कि महंगाई और दूसरी समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिए सरकार यह कार्रवाई कर रही है. नेशनल हेराल्ड मामला एक ओपन एंड शट केस है. ना किसी से कोई पैसा लिया गया ना किसी को कोई पैसा दिया गया. नासिर हुसैन का आरोप है कि यह बदले कि यह कार्रवाई बदले की भावना से की जा रही है. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य सभा में महंगाई पर हो रही चर्चा में भाग ले और हमारे सवालों का जवाब दें.