ब्रिटेन के वित्त मंत्री नादिम ज़हावी ने द टेलीग्राफ में लिखा, “विदेश सचिव लिज़ ट्रस ” बहुत पुरानी आर्थिक रूढ़िवादिता को उलट देंगी और हमारी अर्थव्यवस्था को सही तरीके से चलाएंगी.

ब्रिटेन के वित्त मंत्री नादिम ज़हावी ने पीएम पद की उम्मीदवार लिज़ ट्रस का समर्थन किया है.ब्रिटिश वित्त मंत्री नादिम जाहावी ने औपचारिक रूप से लिज़ ट्रस को कंजर्वेटिव पार्टी का अगला नेता बनाने का समर्थन किया है. ज़ाहवी ने द टेलीग्राफ में लिखा है, “विदेश सचिव ट्रस “बासी आर्थिक रूढ़िवादिता को उलट देंगी और हमारी अर्थव्यवस्था को सही तरीके से चलाएंगी. “इससे पहले, ब्रिटिश रक्षा सचिव बेन वालेस ने भी ट्रस को देश का अगला प्रधानमंत्री बनने का समर्थन किया था. बता दें कि ब्रिटेन में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद अब 5 सितंबर को नये प्रधानमंत्री के नाम की घोषण होगी.
खबर के मुताबिक ब्रिटेन में पीएम पद के दावेदार के रूप में भारतीय मूल के ब्रिटिश नेता ऋषि सुनक कंजरवेटिव पार्टी में अभी तक सबसे आगे चल रहे हैं. उनको ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस टक्कर देती नजर आ रही हैं. ऋषि सुनक इंफोसिस के सह संस्थापक और दिग्गज कारोबारी नारायण मूर्ति के दामाद हैं. 42 साल के सुनक को फरवरी 2020 में बोरिस जॉनसन सरकार में वित्त मंत्री बनाया गया था. इसके बाद वह खासे चर्चा में आ गये थे.
जहावी से पहले ये दिग्गज भी कर चुके ट्रस का समर्थन
ब्रिटिश वित्त मंत्री नादिम जहावी के लिज प्रधानमंत्री पद के लिए लिज का समर्थन देने के दो दिन पहले ही ब्रिटिश रक्षा सचिव बेन वालेस ने भी ट्रस को देश का अगला प्रधानमंत्री बनने का समर्थन किया था. रक्षा सचिव ने अपने बयान में लिज ट्रस को पीएम पद के लिए सही उम्मीदवार बताया था. उन्होंने द टाइम्स में छपे अपने लेख में लिज की तारीफ करते हुए लिखा, वह “मैं लिज ट्रस के साथ कैबिनेट, द्विपक्षीय बैठकों और अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलनों में बैठा हूं. वह अपना पक्ष रखती हैं। सबसे बढ़कर, वह सीधी हैं और जो कहती हैं उसका मतलब होता है.”
यूगोव सर्वे ने किया ये दावा
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री पद की रेस में ऋषि सुनक और लिज ट्रस के बीच टक्कर जारी है. वहीं सर्वे के मुताबिक, ब्रिटेन के पीएम की रेस में स्विंग वोटर्स के बीच ऋषि सुनक ज्यादा लोकप्रिय हैं. सर्वे के मुताबिक, ऋषि सुनक वोटरों के बीच कफी लोकप्रिय हैं. यूगोव सर्वे के मुताबिक, ट्रस और सुनक के बीच महत्वपूर्ण अंतर स्विंग वोटरों में ही आता है. प्रधानमंत्री पद के लिए वोटिंग में स्विंग वोटर कभी भी पासा पलट सकते हैं.