स्कूल भर्ती घोटाले के बाद आज पश्चिम बंगाल सरकार की कैबिनेट में बड़ा फेरबदल हो सकता है.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कैबिनेट में फेरदबल में फेरबदल का ऐलान किया है. सीएम ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में फेरबदल के ऐलान के बाद से नये मंत्रियों को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल में पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, तापस रॉय, उदयन गुहा और पार्थ भौमिक के नए मंत्री होने की संभावना है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को घोषणा की कि अगले बुधवार को फेरबदल होगा. मंत्रिमंडल में चार-पांच लोगों को शामिल किया जाएगा, जबकि अन्य चार-पांच लोगों को पार्टी संगठन के काम में लगाया जाएगा. इसके बाद से सत्ताधारी खेमे के भीतर इस बात को लेकर कयास लगने शुरू हो गए हैं कि कौन मंत्री बनाए जाएंगे और किनकी छुट्टी होगी.
सूत्रों के मुताबिक, बालीगंज विधायक बाबुल सुप्रियो, अनुभवी विधायक तापस रॉय, कूचबिहार के विधायक उदयन गुहा, हुगली के विधायक स्नेहाशीष चक्रवर्ती और उत्तर 24 परगना के विधायक पार्थ भौमिक मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं. उनमें से प्रत्येक की साफसुथरी है.
परेश अधिकारी की मंत्री पद से हो सकती है छुट्टी
वहीं, तृणमूल के सूत्रों के मुताबिक, शिक्षा राज्य मंत्री परेश अधिकारी, जिनकी बेटी की स्कूल टीचर की नौकरी चली गई है, को कैबिनेट से हटाया जा सकता है. कम से कम तीन और मंत्रियों को ‘प्रदर्शन’ के कारण हटा दिया जाएगा. इनमें चंद्रनाथ सिंह उनमें से एक हो सकते हैं. मंत्रालय से हटाये जाने वालों में कैबिनेट के अहम सदस्य मलय घटक का भी सामने आ रहा है. तृणमूल संगठन के फेरबदल में मंत्री सौमेन महापात्र का जिला का दायित्व दिया गया है. इससे यह अटकलें तेज हो गई हैं कि उनकी मंत्री पद से छुट्टी हो सकती है. उन्हें तमलुक तृणमूल जिलाध्यक्ष का दायित्व दिया गया है. विधायक उदयन गुहा को कूचबिहार जिला चेयरमैन के पद से हटाया गया है, इससे उनके मंत्री बनने की अटकलें तेज हो गई है.
पार्थ भौमिक और तापस राय का नाम भी शामिल
इनके अलावा पार्थ भौमिक और तापस राय ये दोनों का नाम भी लिस्ट में शामिल हैं. तापस रॉय सांसद माला रॉय के पति और विधायक हैं तो वही पार्थ भौमिक क़द्दावर नेताओं में गिने जाते हैं जिनकी ज़मीन पर बहुत अच्छी पकड़ है. हालांकि यह पहला मौक़ा है जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कैबिनेट फेरबदल को लेकर चुप्पी साधी है. उन्होंने अबतक इस फेरबदल की चर्चा किसी करीबी नेता के साथ भी नहीं की है.
पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के पास तीन मंत्रालय थे- उद्योग, IT और पार्लियामेंट्री अफ़ेयर्स. सूत्रों की मानें तो इस बार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने कैबिनेट में ये फेरबदल कुछ नए अंदाज़ में कर सकती है जिसमें हो सकता है अधिकतर से इस्तीफ़ा भी मांग लिया जाए और नए चेहरे शामिल किए जाए.