25 जुलाई को जहरीली शराब के सेवन से अब तक बोटाद और पड़ोसी अहमदाबाद जिले के 42 लोगों की मौत हो चुकी है।

गुजरात में ‘जहरीली शराब’ का बिक्री का मुद्दा गरमा गया है. राज्य के बोटाद जिले में जहरीली शराब पीने की वजह से 42 लोगों ने दम तोड़ दिया है. जिसके बाद अब गुजरात सरकार विपक्षी नेताओं के निशाने पर आ गई है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि जहरीली शराब पीने से कई घर उजड़ गए है. राज्य में अरबों की ड्रग्स बरामद हो रही है. ये बहुत चिंता की बात है. आखिर कौन सी ऐसी सत्ताधारी ताकतें हैं, जो इन नशे का कारोबारियों को बचाने की कोशिश कर रही हैं.
राहुल गांधी का ट्वीट
‘ड्राई स्टेट गुजरात में जहरीली शराब पीने से कई घर उजड़ गए. वहां लगातार अरबों की ड्रग्स भी बरामद हो रही है. ये बेहद चिंता की बात है. बापू और सरदार पटेल की धरती पर ये कौन लोग हैं, जो धड़ल्ले से नशे का कारोबार कर रहे हैं? इन माफिया को कौन सी सत्ताधारी ताकतें संरक्षण दे रही हैं?’. दरअसल, गुजरात में शराब बंदी लागू हैं, ऐसे में नकली शराब पीने से लोगों की मौत का मुद्दा विपक्ष के निशाने पर है. विपक्षी नेता लगातार बीजेपी के नेतृत्व वाली गुजरात सरकार पर हमला बोल रहे हैं.
इस हफ्ते की शुरुआत में, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल – जो गुजरात में थे – ने भी सवाल किया था कि शुष्क राज्य में अवैध शराब कैसे वितरित की जाती है।
इस बीच राहुल ने अपने ट्वीट में ड्रग्स की बरामदगी का भी जिक्र किया. इस महीने की शुरुआत में, गुजरात आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) ने कच्छ जिले के मुंद्रा बंदरगाह पर एक कंटेनर से 75 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी, जिसकी कीमत 376 करोड़ रुपये आंकी गई थी, एचटी ने बताया था।
मई में, उसी बंदरगाह पर ₹500 करोड़ की दवाएं जब्त की गईं।
राहुल गांधी की यह टिप्पणी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर उनके सहयोगी अधीर रंजन चौधरी की टिप्पणी से एक बड़ा विवाद पैदा होने के एक दिन बाद आई है। बीजेपी के हंगामे के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि चौधरी ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी है.
इस मामले में केमिकल हासिल करने वाले और लोगों को शराब बेचने वाले समेत पंद्रह प्रमुख आरोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं।