स्पाइसजेट की कई उड़ानो में एक के बाद एक कई तकनीकी गड़बड़ियां मिली , जिसके बाद डीजीसीए ने एयरलाइन को कारण बताओ नोटिस जारी किया था

स्पाइसजेट की एक के बाद एक कई उड़ानों में तकनीकी गड़बडी के बाद डीजीसीए सख्त हो गया है. डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने अगले 8 हफ्ते तक के लिए अनुमति प्राप्त उड़ानों में से आधी उड़ानों को ही संचालित करने का निर्देश दिया है. एयरलाइंस के विमानों में एक के बाद एक कई तकनीकी गड़बड़ियां सामने आई थीं जिसके बाद पहले स्पाइसजेट को नोटिस जारी किया गया उसके बाद अब उड़ानों की संख्या घटा दी गई.
क्यों उड़ानों पर लगाया गया प्रतिबंध
डीजीसीए ने अपने निर्देश में कहा है कि ऐसा कई बार देखने को मिला कि एयरलाइंस का जहाज या तो किसी वजह से उड़ान भरने वाली जगह पर ही वापस लौटा है. या फिर ऐसी स्थिति में अपने गंतव्य पर पहुंचा जब उसके सुरक्षा के उपाय मानकों से कम थे. इससे संकेत हैं कि विमानों के रखरखाव में कमी थी और इससे सुरक्षा के मानक पूरे नहीं हो रहे थे. वही डीजीसीए के द्वारा फाइनेंशियल एसेसमेंट में पता चला कि एयरलाइंस अपने पार्ट्स सप्लायर्स को नियमित भुगतान नहीं कर रही थी जिससे पार्ट्स की कमी हो गई थी. डीजीसीए के मुताबिक नोटिस के जवाब में इस बात के संकेत मिले हैं कि एयरलाइंस सेफ्टी स्टैंडर्ड को बेहतर कर रही है लेकिन एयरलाइन को सुरक्षित उड़ान के लिए ये कदम लगातार उठाने होंगे. इन सभी बातों को देखते हुए जिसमें एयरलाइन के पास रखरखाव की कमी और उसके द्वारा उठाए गए कदम शामिल हैं. एयरलाइन को मान्य उडानों में से आधी उड़ानों के संचालन की अनुमति दी जाती है. डीजीसीए के मुताबिक जैसे जैसे एयरलाइन ये साबित करेगी कि वो उड़ानों को सुरक्षित संचालित कर सकती है. उड़ानों की संख्या बढ़ाई जा सकती है. डीजीसीए ने साफ किया कि इस दौरान एयरलाइन के संचालन पर निगरानी रखी जाएगी.