मृतक के पिता को एक संदेश मिला, जिसमें लिखा था, ‘गुजतख-ए-नबी की एक ही साजा, सर तन से जुदा’। यह वही नारा है जो उदयपुर में एक दर्जी के हत्यारों द्वारा लगाया गया था, जिसने दिन के उजाले में दर्जी का सिर काट दिया था

भोपाल-नर्मदापुरम रेलवे ट्रैक पर बरखेडा के पास रविवार को एक इंजीनियर के छात्र की लाश मिली है। पुलिस जांच में आत्महत्या की बात कही गई है। हालांकि, इंजीनियरिंग छात्र के दोस्तों और पिता को मिले मैसेज ने पुलिस की परेशानी बढ़ा दी है। वह मैसेज कहता है कि ‘गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सिर तन से जुदा।’ उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल तेली के हत्यारों ने अपने वीडियो मैसेज में इस वाक्य का इस्तेमाल किया था। इस वजह से अब छात्र के परिजनों और दोस्तों को लग रहा है कि सुसाइड नहीं बल्कि यह हत्या का मामला है। पुलिस इन आरोपों की जांच कर रही है।
पुलिस का कहना है कि रविवार को बरखेड़ा के पास रेलवे ट्रैक पर शव मिला था। उसकी पहचान 20 वर्षीय निशांक राठौर के रूप में हुई है। निशांक मूलत: सिवनी मालवा का रहने वाला था और भोपाल में ओरिएंटल कॉलेज से बीटेक पांचवे सेमेस्टर की पढ़ाई कर रहा था। पुलिस को निशांक का मोबाइल उसके शव के पास ही मिला है। बरखेड़ा के पास शव से कुछ दूरी पर उसकी किराए की स्कूटी भी मिली है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में मामला सुसाइड का लग रहा था। उसके पिता उमाशंकर राठौर हरदा में सहकारिता विभाग में पदस्थ है। घटना की रात आठ बजे छात्र के पिता और उसके दोस्तों के वाट्सअप पर एक स्क्रीनशॉट पहुंचा। इसमें छात्र का फोटो है। साथ ही लिखा है कि ‘नबी से गुस्ताखी नहीं, राठौर साहब बहुत बहादुर था आपका बेटा, गुस्ताख-ए-नबी की इक सजा, सर तन से जुदा।’ यह मैसेज मिलने के बाद छात्र के परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। पुलिस भी अब सभी पहुलओं पर जांच कर रही है।
बड़ी बहन से मिलने गया था निशांक
चचेरे भाई ने बताया कि निशांक रविवार दोपहर में अपनी बड़ी बहन से मिलने साकेत नगर गया था। उसकी बहन परीक्षा देने आई थी। देर शाम उसने मोबाइल रिसीव करना बंद कर दिया। जब पिता और उसके दोस्तों के मोबाइल पर रात आठ बजे मैसेज आया तो उन्होंने भोपाल में उसके दोस्तों को फोन किया। उसके दोस्त शिकायत लेकर टीटी नगर थाने पहुंचे, तब तक बरखेड़ा में निशांक का शव बरामद हो गया था। पुलिस ने भोपाल से मंडीदीप तक सीसीटीवी की जांच की। वह स्कूटी से अकेला जाता दिख रहा है। उसने रास्ते में पेट्रोल भी भराया, तब भी वह अकेला ही दिख रहा है। निशांक का मोबाइल कौन ऑपरेट कर रहा था? उसका किससे विवाद हुआ था? इसे लेकर पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। पुलिस को निशांक के शेयर मार्केट में पैसा लगाने और घाटा होने की भी जानकारी मिली है। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच कर रही है।
46 मिनट में क्या हुआ, यह तलाश रही है पुलिस
निशांक राठौर के फोन से रायसेन पुलिस को कुछ सुराग मिले हैं। उसने रविवार शाम 5:48 बजे इंस्टाग्राम पर और 5:50 बजे फेसबुक की स्टोरी पर मैसेज अपलोड हुआ है। उसी के फोन पर इस तस्वीर को शाम करीब 5:28 बजे एडिट किया गया है। पुलिस को 6:14 बजे निशांक की मौत की सूचना मिल गई थी। पुलिस यह तलाश रही है कि इन 46 मिनट में क्या निशांक किसी के संपर्क में आया, जिसने उसके साथ वारदात की? क्योंकि इससे पहले की जांच में उसके साथ कोई नहीं था। उसे किसी ने फॉलो भी नहीं किया था।
क्रिप्टो का एंगल भी आया सामने
निशांक क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग कर रहा था। उसे कथित तौर पर नुकसान भी हुआ था। पिछले कुछ दिन से उसके पिताजी उससे बैंक स्टेटमेंट मांग रहे थे। इससे वह परेशान लग रहा था। पुलिस को कोई ऐसी पोस्ट नहीं मिली, जो किसी धर्म से जुड़ी हो। सोशल मीडिया पर ऐसे भी मैसेज मिले हैं, जिनमें उसके दोस्तों ने उधारी चुकाने की बात लिखी है। कुछ दोस्तों को स्क्रीनशॉट भेजा गया था। इसमें निशांक की तस्वीर पर लाल रंग से क्रॉस बना था और लिखा था गुस्ताख-ए-नबी की इक सजा, सर तन से जुदा।