जिला परिषद व पंचायत समिति के चुनाव इस साल 30 सितंबर से पहले कराए जाएंगे। हरियाणा के चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने शनिवार को रेवाड़ी जिले में इसका ऐलान किया है।

हरियाणा में पंचायत चुनाव सितंबर में कराए जाएंगे. इसकी जानकारी राज्य के चुनाव आयुक्त धनपति सिंह ने दी.उन्होंने कहा कि राज्य में पंचायत चुनाव निर्धारित समय पर सितंबर में होंगे. एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार राज्य चुनाव आयुक्त ने शनिवार को रेवाड़ी में उपायुक्तों एवं अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की और सभी को चुनाव की तैयारियों में जुट जाने का निर्देश दिया.धनपति सिंह ने कहा कि आयोग निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव कराने के लिए कटिबद्ध है. उन्होंने कहा कि पंचों का चुनाव मतपत्रों के माध्यम से, जबकि जिला परिषद, पंचायत समिति के सदस्यों एवं सरपंचों का चुनाव इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के जरिये कराया जाएगा.
हरियाणा के चुनाव आयुक्त धनपति सिंह ने कहा कि संवेदनशील एवं अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सुरक्षा इंतजाम सुनिश्चित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव पूरे राज्य में एक ही चरण में कराये जाएंगे. इससे पहले हरियाणा के पंचायत विभाग ने अधिसूचना जारी कर बताया था कि पंचायत चुनाव 30 सितंबर से पहले कराए जाएंगे. पंचायतों के चुनाव, पंचायत समितियों और जिला परिषदों के चुनाव एक साथ संपन्न कराने के लिए राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने राज्य चुनाव आयोग को निर्देश दिए थे. पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट पहले ही पंचायत चुनाव पर लगी रोक को हटा चुका है.
एक दिन छोड़कर सरपंच व पंचों के कराए जाएंगे जाएंगे
रेवाड़ी पहुंचे हरियाणा चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हरियाणा प्रदेश में एक ही चरण में जिला परिषद व पंचायत समिति के चुनाव कराए जाएंगे। इसके तहत पहले दिन जिला परिषद व पंचायत समिति के चुनाव होंगे। इसके बाद एक दिन छोड़कर सरपंच व पंचों के चुनाव कराए जाएंगे।
जनरल सीटों में तब्दील होंगी जनरल सीटें
चुनाव आयुक्त धनपंत सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में यह भी कहा कि पहले वाले ड्रा से चुनाव होंगे। इसके तहत ड्रा में बीसी -ए के लिए जो सीट आरक्षित हुई थी, उन्हें जनरल सीटों में तब्दील कर दिया जाएगा।
30 सितंबर से पहले कराए जाएंगे चुनाव
धनपत सिंह ने इस बात पर जोर दिया है कि चुनाव 30 सितंबर से पहले ही कराए जाएंगे। ब्लॉक समिति अध्यक्ष व जिला प्रमुख के चुनाव सीधे नहीं होंगे। पूर्व की भांति चुने हुए सदस्य ही जिला प्रमुख व पंचायत समिति अध्यक्ष का चुनाव करेंगे।
शपथ ग्रहण से ही तय हुआ, मुश्किल भरा रहेगा चेयरमैन का सफर
वहीं, बावल नगर पालिका के नवनिर्वाचित चेयरमैन और पार्षदों का पिछले दिनों शपथ ग्रहण कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम की भव्यता को उसी समय ग्रहण लग गया जब शपथ लेने के लिए 13 में से महज पांच पार्षद ही पहुंचे। आठ पार्षदों की शपथ ग्रहण कार्यक्रम में अनुपस्थिति ने साफ तौर पर जाहिर कर दिया है कि चेयरमैन विरेंद्र महलावत का आगे का सफर भी चुनौतियों से भरा हुआ ही रहने वाला है।