केजरीवाल ने कहा कि हमारा एक ही लक्ष्य है कि गरीबों के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले. उम्मीद है इस कोर्स के बाद बच्चों को नौकरी मिलने में भी आसानी होगी और पर्सनालिटी डेवलपमेंट भी होगा.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को अंग्रेजी में कमजोर बच्चों को एक सौगात दी. सीएम केजरीवाल ने कहा कि गरीबों, लोअर और मीडिल क्लास के बच्चों का हाथ अंग्रेजी में तंग होता है. वो अंग्रेजी ठीक से बोल नहीं पाते और इस वजह से कई बच्चे जिंदगी में पीछे रह जाते हैं, उन्हें नौकरी मिलने में भी दिक्कत हो जाती है, क्योंकि उनकी कम्यूनिकेशन स्किल्स कमजोर होती है. सीएम ने कहा कि ऐसे बच्चों के लिए दिल्ली सरकार खास कार्यक्रम लाई है. अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली के अंदर शिक्षा के क्षेत्र में जबरदस्त क्रांति हुई है, सरकारी स्कूलों में अब गरीबों के बच्चों को शानदार शिक्षा मिलने लगी है, हम नहीं चाहते कि हमारे बच्चे किसी भी सूरत में दूसरे बच्चे जिनके पास सुविधाएं हैं उनसे कमजोर हों. ऐसे में दिल्ली सरकार उन बच्चों के लिए जिनकी अंग्रेजी कमजोर है, उनके लिए स्पोकन इंग्लिश का कार्यक्रम लेकर आई है.
केजरीवाल ने कहा कि यह एक अंतरराष्ट्रीय भाषा पाठ्यक्रम होगा. उन्होंने कहा, “हमने मैकमिलन और वर्ड्सवर्थ के साथ टाई-अप किया है और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय मूल्यांकन के प्रभारी होंगे”. उन्होंने कहा कि 18-35 वर्ष आयु वर्ग के युवा प्रवेश के लिए पात्र होंगे और पाठ्यक्रम 3-4 महीने की अवधि का होगा. उन्होंने कहा कि सप्ताहांत और शाम की कक्षाओं के लिए भी प्रावधान होगा.
कौन-कौन कर सकता है एप्लाई?
मुख्यमंत्री ने कोर्स की घोषणा करते हुए बताया कि जिन बच्चों ने 12वीं पूरी कर ली और उनकी कम्यूनिकेशन स्किल्स कमजोर है, उनको नौकरी मिलने में उन्हें दिक्कत हो रही है, उन्होंने बताया कि अगर ऐसे बच्चों की अंग्रेजी की बेसिक नॉलेज आठवीं तक है वो इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं.
950 रुपए की सिक्योरिटी करनी होगी जमा
इंग्लिश स्पोकन कोर्स में 18 से 35 साल की उम्र के युवा ट्रेनिंग ले सकते हैं. यह कोर्स 3 से 4 महीने का होगा. यानि 120-140 घंटे का कोर्स होगा. इतना ही नहीं युवाओं के लिए इवनिंग और वीकेंड कोर्स की सुविधा भी होगी ताकि जो युवा कहीं नौकरी कर रहे हैं उनको भी कोर्स करने में दिक्कत ना हो. मुख्यमंत्री ने बताया कि वैसे तो यह कोर्स पूरी तरह से फ्री होगा लेकिन शुरू में छात्रों से 950 रुपए सिक्योरिटी डिपोजिट जाएगी, ताकि छात्र कोर्स को गंभीरता से लें, हालांकि कोर्स पूरा होने पर सिक्योरिटी वापस कर दी जाएगी.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इसके लिए बहुत डिमांड होगी. उन्होंने कहा कि हमारा एक ही लक्ष्य है कि गरीबों के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले. उम्मीद है इस कोर्स के बाद बच्चों को नौकरी मिलने में भी आसानी होगी और पर्सनालिटी डेवलपमेंट भी होगा.