स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने 31 साल की उम्र में वनडे क्रिकेट से संन्यास लेकर सभी को हैरान कर दिया. स्टोक्स ने क्रिकेट के लगातार बढ़ते कार्यक्रम से परेशान होकर यह फैसला लिया.

इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने मंगलवार को अपने वनडे क्रिकेट को अलविदा कह दिया. सिर्फ 31 साल की उम्र में उनके एक फॉर्मेट छोड़ने के फैसले ने सभी को हैरान जरूर किया है. लेकिन स्टोक्स ने साफ कर दिया कि वह इन दिनों लगातार बढ़ते क्रिकेट कार्यक्रमों से परेशान हैं और ऊपर से हर मैच में 100 फीसदी एफर्ट लगाना आसान नहीं है. इसलिए उन्होंने खुद को तरोताजा बनाए रखने के लिए एक फॉर्मेट छोड़ने का फैसला किया.
स्टोक्स ने मंगलवार को अपने वनडे करियर का 105वां मैच खेला. उन्होंने अपने संन्यास के फैसले पर बीबीसी टेस्ट मैच स्पेशल पर एक खास बातचीत में कहा कि हम (खिलाड़ी) कोई कार नहीं हैं, जिनमें ईंधन भरकर उन्हें चलते रहने के लिए छोड़ दिया जाए.उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा अपनी टीम को अपना 100 फीसदी देना चाहता हूं. लेकिन हम कोई कार नहीं हैं, जहां आप पेट्रोल भरवाकर हमें लगातार चलने के लिए छोड़ दें. इसका आप पर प्रभाव पड़ता है, खेलना, ट्रेवल करना यह सब जुड़ता है. जैसा मैंने पहले ही कहा कि इस समय जो शेड्यूल है वह पूरी तरह जैम-पैक (ठसा ठस भरा होना) है और यह कई खिलाड़ियों को अपना 100 फीसदी एफर्ट देने की बात है.
उन्होंने कहा, ‘इन दिनों टीमें अपने दल को देख रही हैं और यह तय करने में चुनौतियों का सामना कर रही हैं कि वे अपने खिलाड़ियों को कहां आराम दें. अगर आप चाहते हैं कि सर्वश्रेष्ठ चीज बनकर आए तो इसके लिए आपका सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी वहां होना चाहिए.’
स्टोक्स ने कहा, ‘अगर टीमों और संगठनों को लगता है कि किसी खिलाड़ी को किसी खास फॉर्मेट में फिट रखने के लिए आराम की जरूरत है तो मुझे नहीं लगता यह बहुत अच्छा है. मैंने देखा कि एक ओर हम टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं और उसी वक्त हमारी एक टीम वनडे क्रिकेट खेल रही है. यह सोचना थोड़ा अजीब है.’