भाजपा और शिवसेना के दो-दो सांसद और बहुजन समाज पार्टी (बसपा), कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के एक-एक सांसद भी उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान मतदान नहीं किया.

भारत के 15वें राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार को संसद भवन में मतदान हुआ. इस मतदान की अवधि शाम पांच बजे खत्म हो गई. इस चुनाव में बीजेपी सांसद सनी देओल वोट नहीं कर सके. पंजाब के गुरदासपुर से बीजेपी के सांसद सनी देओल विदेश में हैं और इसी वजह से वह इस चुनाव में वोट नहीं डाल पाए हैं.
इसके अलावा जिन सांसदों ने राष्ट्रपति चुनाव में वोट नहीं किया है, उनमें बसपा सांसद अतुल राय भी है. अतुल राय जेल में बंद हैं और इसलिए वह वोट डालने नहीं आ सके. वहीं शिवसेना के गजानन कीर्तिकार, शिवसेना सांसग हेमंत गोड़से, बसपा सांसद हाजी फजलुर्रहमान और सादिक रहमान और सैयद इम्तियाज भी राष्ट्रपति चुनाव में मतदान नहीं कर सके हैं. राष्ट्रपति चुनाव को लेकर हुए मतदान के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि कुल 99.18 प्रतिशत मतदान के साथ शांतिपूर्ण ढंग से यह चुनाव संपन्न हुआ.
मतपेटियां अपने-अपने राज्यों के सहायक निर्वाचन अधिकारी (एआरओ) की चौकस निगरानी में विमान में अगली पंक्ति की सीट पर रखी गई थीं. निर्वाचन आयोग ने संबंधित एआरओ के साथ उड़ानों में सीलबंद मतपेटियों की तस्वीरें पोस्ट कीं. निर्वाचन आयोग ने कहा कि सोमवार सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे के बीच संसद भवन और राज्य विधानसभाओं के 30 केंद्रों सहित 31 स्थानों पर मतदान हुआ. मतगणना 21 जुलाई को होनी है. निर्वाचन आयोग के अनुसार, प्रत्येक मतपेटी को ‘मिस्टर बैलेट बॉक्स’ के नाम से एक ई-टिकट जारी किया जाता है. निर्वाचित सांसदों और विधायकों को राष्ट्रपति चुनाव में वोट देने का अधिकार है, इसलिए मतदान संसद भवन और राज्य विधानसभाओं में होता है.