मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ये सभी बीआरओ द्वारा सड़क निर्माण के लिए अरुणाचल लाए गए थे। ईद के मौके पर उन्हें असम में अपने घर जाना था। कॉन्ट्रैक्टर से कई बार बोला गया था कि मजदूरों को छुट्टी दे दी जाए, लेकिन जब कॉन्ट्रैक्टर नहीं माना, तब ये सभी मजदूर पैदल ही असम के लिए निकल लिए थे।

अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा के नजदीक हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई है और 18 अन्य मजदूर लापता हैं. ये मजदूर कुरुंग कुमे जिले में एक रोड प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे. 5 जुलाई के बाद से इन 19 मजदूरों का कुछ पता नहीं चल पा रहा था. अब जिले के डिप्टी कमिश्नर ने बताया है कि एक मजदूर का शव बरामद कर लिया गया है. बाकी 18 की तलाश जारी है.
भारत और चीन की सरहद के पास कुरुंग कुमे जिले में एक अंदरूनी इलाका है दामिन. वहां पर एक सड़क परियोजना पर सड़क सीमा संगठन (बीआरओ) की निगरानी में काम किया जा रहा है. बीआरओ पूर्वोत्तर के इलाकों में ढांचागत परियोजनाओं का एक विशाल नेटवर्क तैयार कर कर रहा है. इसी के तहत दामिन में काम कराने के लिए मजदूरों को लाया गया था.जिला उपायुक्त बेंगिया निघी ने बताया कि 5 जुलाई के बाद से दामिन में काम कर रहे 19 मजदूर लापता हो गए. इनमें से ज्यादातर असम के रहने वाले हैं.
अब तक एक ही शव मिला
हालांकि, अब तक सिर्फ एक ही शव बरामद हुआ है, लेकिन स्थानीय लोगों के मुताबिक सभी मजदूरों की मौत हो चुकी है। उपायुक्त ने बताया कि मंगलवार को एक और टीम घटनास्थल पर भेजी जाएगी और बाकी मजदूरों को खोजने का प्रयास किया जाएगा। अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि मजदूर कब और कैसे कुमी नदी में डूब गए? क्या वे नदी पार करने का प्रयास कर रहे थे? क्या नदी का बहाव तेज था? कई सवाल हैं जिनके जवाब अभी तक नहीं मिले हैं, इसी वजह से पुलिस भी इस हादसे को लेकर कुछ भी बोलने से बच रही है। अभी तक जानकारी मिली है कि पिछले एक हफ्ते से ये सभी मजदूर गायब चल रहे थे।
अरुणाचल में भारी बारिश का दौर जारी
बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में इस समय भारी बारिश का दौर जारी है। आने वाले दिनों में भी तेज बारिश की आशंका जताई गई है। इसी वजह से नदियों का जलस्तर पहले से ही बढ़ गया है, ऐसे में कोई डूब जाए तो उसे बचाना बड़ी चुनौती साबित होता है।