इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने भारतीय टॉप ऑर्डर की जो गलती पकड़ी है अब उस पर दुनिया भर की और भी टीमें चांस लेना चाहेंगी. हुसैन का दावा बिल्कुल सही है और उन्होंने इसके उदाहरण भी दिए हैं.

इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे और निर्णायक वनडे मैच में भारत ने भले इंग्लैंड को हराकर सीरीज पर 2-1 से कब्जा कर लिया हो. लेकिन इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने भारतीय टॉप ऑर्डर से लगातार हो रही गलतियों के प्रति सावधान किया है. उन्होंने कहा कि अगर टीम इंडिया समय रहते अपनी इस कमजोरी को दूर नहीं कर पाती तो फिर उसे बड़े टूर्नामेंटों में एक बार फिर इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.
बता दें इस साल टी20 वर्ल्ड कप और अगले साल वनडे वर्ल्ड कप पर टीम इंडिया की नजर है. हुसैन ने जोर देते हुए कहा कि भारतीय टीम लेफ्टआर्म सीमर्स के सामने संघर्ष करती दिख रही है.
हुसैन ने साफ-साफ कहा कि भारतीय टॉप ऑर्डर पिछले कुछ सालों से लेफ्टआर्म सीमर्स के सामने संघर्ष करता नजर आ रहा है. उन्होंने कहा भारतीय टीम यहां (इंग्लैंड के खिलाफ) रीस टॉपले के 6 विकेट के चलते दूसरे वनडे में 100 रन से हार गई थी.
हुसैन ने भारत-इंग्लैंड सीरीज के प्रसारणकर्ता चैनल सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क पर चर्चा करते हुए कहा, ‘भारत बहुत मजूबत टीम है. लेकिन उन्हें यह सीखने की जरूरत है कि पिछले साल UAE में आयोजित हुए टी20 वर्ल्ड में क्या गलत हुआ. वे बल्लेबाजी के दौरा थोड़ा डरे हुए थे. तो उन्हें ऐसा करने से बचना होगा.’
हुसैन ने कहा, ‘जब मिडल ऑर्डर में आपके पास ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या हैं और उसके बाद जडेजा को बैटिंग पर आना है, तब टॉप ऑर्डर को डरकर खेलने की जरूरत नहीं है. उन्हें लेफ्टआर्म तेज गेंदबाजों को थोड़ा बेहतर ढंग से खेलना होगा. इतिहास आपको बताता है कि उन्होंने शाहीन शाह अफरीदी के सामने एक शाम घुटने टेक दिए थे.’
हुसैन ने इस मौके पर यह भी याद दिलाया कि साल 2017 में चैंपियन्स ट्रॉफी के दौरान मोहम्मद आमिर ने भी भारत के टॉप ऑर्डर को ध्वस्त कर दिया था और अब रीस टॉपली ने भी उनके विकेट उखाड़ कर फेंक दिए.
हालांकि हुसैन ने यह भी भरोसा जताया कि एक बार जब विराट खराब फॉर्म से बाहर आएंगे तो वह तो इसे मैनेज कर लेंगे. लेकिन भारत को आईसीसी टूर्नामेंट्स में भी उसी अप्रोच से खेलना चाहिए, जिस अप्रोच से वह द्विपक्षीय सीरीज खेलता है.