खिमी राम ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि कांग्रेस राज्य में सरकार बनाने में सक्षम होगी क्योंकि बहुत सारे भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, मुद्रास्फीति और पेंशन योजना से संबंधित कर्मचारियों के मुद्दे हैं।

हिमाचल प्रदेश भाजपा को झटका लगा है. पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष खिमी राम ने नई दिल्ली में कांग्रेस का दामन थाम लिया है. खिमी राम ने मंगलवार दोपहर को दिल्ली में हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला और धर्मशाला से कांग्रेस के पूर्व विधायक सुधीर शर्मा की मौजूदगी में कांग्रेस का हाथ थाम लिया है.
दरअसल, कुल्लू के बंजार से विधायक रहे खिमी राम पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के करीबी माने जाते हैं. बीते विधानसभा चुनाव में उनका टिकट कट गया था और बंजार से सुरेंद्र शौरी भाजपा विधायक बने थे. हालांकि, जिला परिषद चुनाव से राजनीति में आने वाले खीमीराम शर्मा का भाजपा संगठन में काफी अनुभव रहा है. साल 1999 में उन्होंने बतौर जिला परिषद चुनाव लड़ा था. बाद में जिला परिषद अध्यक्ष भी बने. दो बार विधायक रहे खीमीराम शर्मा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष भी रहे हैं.
2007 की धूमल सरकार में मंत्री पद भी संभाला है. हालांकि, भाजपा की मौजूदा सियासी तस्वीर में वह हाशिये पर ही चल रहे हैं. साल 2021 में भाजपा के सह प्रभारी संजय टंडन ने कुल्लू में उनसे मुलाकात की थी. 2012 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. बाद में 2017 के चुनाव में उन्हें बंजार से टिकट नहीं दिया गया था.
हिमाचल प्रदेश के एआईसीसी प्रभारी राजीव शुक्ला ने कांग्रेस में उनका स्वागत किया और कहा कि यह राज्य में चल रही हवाओं का संकेत है। इस अवसर पर एआईसीसी सचिव सुधीर शर्मा और तेजिंदर बिट्टू उपस्थित थे।