टाटा ने इस साल अप्रैल में मॉडल और वैरिएंट के आधार पर अपने मॉडलों की कीमतों में औसतन 1.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी. भारतीय बाजार में टाटा के कारों की कीमतों में बढ़ोतरी 23 अप्रैल, 2022 से प्रभावी हो गई थी. अब तीन महीने बाद…

भारत के सबसे बड़े वाहन निर्माताओं में से एक टाटा मोटर्स ने अपनी पैसेंजर व्हीकल्स की कीमतों में बढ़ोतरी का एलान किया है। शनिवार 9 जुलाई से वैरिएंट्स और मॉडल के आधार पर, पूरे रेंज में 0.55 प्रतिशत की औसत कीमत बढ़ोतरी होगी। वाहन निर्माता ने कीमत बढ़ोतरी के लिए बढ़ी हुई लागत का हवाला दिया है। भारतीय बाजारों में अन्य ऑटोमोटिव ब्रांडों ने भी इसी तरह के कारणों का हवाला देते हुए अपने वाहनों की कीमतें बढ़ाई थी। साथ ही यह पहली बार नहीं है जब टाटा मोटर्स इस साल अपनी कारों की कीमत में इजाफा कर रही है।.
भारतीय वाहन निर्माता ने इस साल अप्रैल में मॉडल और वैरिएंट के आधार पर अपने मॉडलों की कीमतों में औसतन 1.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। भारतीय बाजार में टाटा के कारों की कीमतों में बढ़ोतरी 23 अप्रैल, 2022 से प्रभावी हो गई थी। और इसके तीन महीनों के बाद एक बार फिर से दाम बढ़ गए हैं।
वाहनों की कीमतें बढ़ने की वजह से बीते कुछ सालों में यूज्ड कारों का बिजनेस भी काफी बढ़ा है. इस बिजनेस में अब मारुति, महिंद्रा, मर्सिडीज, टोयोटा जैसी दिग्गज कार निर्माता कंपनियां भी शामिल हैं. यदि आप भी कार खरीदना चाहते हैं और बजट कम होने की वजह से नई कार नहीं खरीद पा रहे हैं तो यूज्ड या सेकेंड हैंड कार आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है.
दरअसल यूज्ड कार से लोग कई तरह के घपले और फ्रॉड होने की वजह से बचते थे. लेकिन अब जानी-मानी कंपनियां जबसे इस बिजनेस में शामिल हो गई हैं तब से लोगों के लिए काफी सहूलियत हो गई है. ये कंपनियां अपने पैरामीटर पर कई लेवल पर कारों को चेक करते हैं और फिर उन्हें बेचते हैं. हालांकि लोकल मार्केट की तुलना में मारुति की ट्रूवैल्यू, महिंद्रा फर्स्ट च्वाइस आदि जगहों से कार खरीदना थोड़ा महंगा होता है लेकिन लोगों को एक ट्रस्ट भी मिलता है और कई तरह की वारंटी और गारंटी भी मिल जाती है.