भारतीय ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में शतक जड़ा और इसके बाद जेम्स एंडरसन ने कहा कि वह अब प्रोपर बैटर की तरह बल्लेबाजी कर सकते हैं। इस पर जड्डू ने पुराना बदला निकाल लिया।

एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ ऋषभ पंत का शतक और जसप्रीत बुमराह की ऑलराउंड परफॉर्मेंस सुर्खियां रही। वहीं, रविंद्र जडेजा की शतकीय पारी पंत और बुमराह के आगे थोड़ी फीकी रही। हालांकि, जड्डू की पारी भी खास थी और इसी के दम पर भारत ने मैच पर पकड़ बनाई थी। इसके अलावा जडेजा आईपीएल 2022 के खराब प्रदर्शन के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी कर रहे थे। ऐसे में उनके लिए ये पारी अहम थी। इस पारी के बाद जेम्स एंडरसन ने एक बयान दिया, जिस पर जडेजा ने चुटकी ली।
जेम्स एंडरसन के उस कमेंट को मिला माकूल जवाब
रवींद्र जडेजा चेन्नई सुपर किंग्स टीम में बतौर कप्तान असफल रहे थे, एक खिलाड़ी के तौर पर भी कुछ नहीं कर पाए और फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आकर मुश्किल परिस्थितियों और नाजुक हालत में एक शतकीय पारी खेलना दिखाता है कि वह कितने बड़े स्तर के खिलाड़ी हैं। जडेजा ने विशुद्ध बल्लेबाज की तरह से खेलते हुए टेस्ट कैरियर में अपना चौथा शतक लगाया। इस दौरान जडेजा पंत के साथ छठे विकेट के लिए रिकॉर्ड 222 रनों की साझेदारी में भी शामिल रहे और शनिवार को खेली गई इस बेहतरीन पारी के बाद जडेजा ने जेम्स एंडरसन के उस कमेंट का भी माकूल जवाब दे दिया है जिसके तार 2014 के एक पुराने किस्से से भी जुड़े निकले।
जेम्स एंडरसन को 2014 के बाद इस बात का हुआ अहसास
दूसरे दिन की समाप्ति पर जेम्स एंडरसन ने कहा था कि पहले रविंद्र जडेजा नंबर आठ पर आ रहे थे, तब उनको पुच्छले बल्लेबाजों के साथ खेलने को मिलता था तो ऐसे में वे तेज बल्लेबाजी करके रन बटोरा करते थे लेकिन अब वे जब सात नंबर पर आ रहे हैं तो एक नियमित बल्लेबाज की तरह से बैटिंग कर सकते हैं। उन्होंने गेंदों को बहुत अच्छे तरीके से छोड़ा और हमारे लिए मुकाबले को मुश्किल बना दिया। जब पोस्ट मैच कॉन्फ्रेंस में एंडरसन के इस कमेंट को लेकर जडेजा से बात हुई तो उन्होंने 2014 का किस्सा याद किया। जडेजा ने कहा, देखिए जब आप रन बनाते हैं तो तब हर कोई खुद को लेकर यही सोचता है कि वह एक नियमित बल्लेबाज ही है। लेकिन मैंने हमेशा क्रीज पर खुद को समय देने की कोशिश की है, साथ ही अपने जोड़ीदार के साथ जितना संभव हो सके उतना समय क्रीज पर बिताकर साझेदारी करने की कोशिश की है। यह अच्छी बात है जेम्स एंडरसन को 2014 के बाद इस बात का एहसास हुआ।
जडेजा ने ऑफ स्टंप की लाइन पर किया फोकस
इसी बीच जडेजा ने अपनी शतकीय पारी के बारे में बात की। वे कहते हैं, इंग्लैंड में आपको अपने शरीर के करीब से खेलना होता है। यहां गेंद स्विंग करती है इसलिए अगर आप कवरड्राइव देखते हैं तो इस बात के चांस होंगे कि गेंद बल्ले का किनारा चुपके से चली जाएगी। मेरा जोर इस बात पर था कि ऑफ स्टंप से बाहर की अधिकतर गेंदों को छोड़ते रहे। मैंने यही सोचा कि जो गेंद मेरे शरीर के पास होगी मैं उसी को खेलूंगा और उसी को सीधा हिट करूंगा। भाग्य की बात है कि जिन गेंदों पर मैंने रन बनाए वे मेरे एरिया में थी और मैंने उनको बाउंड्री में तब्दील किया। जब आप जानते हो कि आपका ऑफ स्टंप कहां है तब आप ऑफ स्टंप के बाहर की लाइन की गेंदों को छोड़ सकते हो.
वहीं, जब जेम्स एंडरसन के बयान पर जडेजा से उनकी राय मांगी गई तो उन्होंने कहा, “देखिए, जब आप रन बनाते हैं तो हर कोई कहता है कि वे खुद को एक अच्छा बल्लेबाज समझते हैं, लेकिन मैंने हमेशा क्रीज पर खुद को समय देने की कोशिश की है, जो भी क्रीज पर है उसके साथ साझेदारी करने के लिए, उसके साथ खेलने के लिए। यह अच्छा है एंडरसन ने 2014 के बाद महसूस किया है।” 2014 की टेस्ट सीरीज के दौरान जेम्स एंडरसन और रविंद्र जडेजा के बीच गाली-गलौज और धक्का-मुक्की की बात सामने आई थी।