राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने यूपी के डीजीपी को चिट्ठी लिखकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ कानून सम्मत धारों के तहत तत्काल कार्रवाई की मांग की है. महिला आयोग ने इस मामले में निष्पक्ष और समयबद्ध जांच की मांग की है और कहा कि अखिलेश यादव के खिलाफ की गई कार्रवाई से 3 दिनों के भीतर अवगत कराया जाए.

राष्ट्रीय महिला आयोग ने भारतीय जनता पार्टी की निलंबित सदस्य नुपुर शर्मा के खिलाफ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के ट्वीट को ‘‘उकसाने वाला” करार देते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस से यादव के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की सोमवार को मांग की. नुपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. सुप्रीम कोर्ट ने पिछले सप्ताह कहा था कि शर्मा ‘‘और उनकी अनियंत्रित जुबान ने पूरे देश को आग में झोंक दिया है” और उन्हें माफी मांगनी चाहिए.
यादव ने न्यायालय के फैसले की एक खबर साझा करते हुए ट्वीट किया था, ‘‘ सिर्फ़ मुख को नहीं शरीर को भी माफी मांगनी चाहिए और देश में अशांति और सौहार्द बिगाड़ने की सज़ा भी मिलनी चाहिए.” उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक डीएस चौहान को लिखे एक पत्र में, एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि ट्वीट ‘‘सरासर उकसाने वाला” है. शर्मा ने कहा, ‘‘ राष्ट्रीय महिला आयोग ने पाया कि अखिलेश यादव का एक ट्वीट नुपुर शर्मा के खिलाफ नफरत एवं द्वेष की भावना को तथा दो धार्मिक समूहों के बीच सांप्रदायिक वैमनस्य को भड़काने वाला है, जो बेहद निंदनीय है.”उन्होंने कहा, ‘‘ मामले की गंभीरता को देखते हुए आपको अखिलेश यादव के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए.”उन्होंने यादव के बयान को ‘‘अवांछित” भी करार दिया, क्योंकि मामला पहले ही न्यायपालिका के समक्ष है.
महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा, ‘‘ नुपुर शर्मा को पहले ही जान से मारने की धमकी मिल रही है और ऐसे में अखिलेश का ट्वीट आम जनता को शर्मा के खिलाफ हमले के लिए उकसाता है. समयबद्ध तरीके से मामले की जांच की जानी चाहिए.”उन्होंने कहा कि मामले में तीन दिन के भीतर कार्रवाई की जानी चाहिए.
अखिलेश यादव के इस ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने आपत्ति जताई थी. वहीं कुछ लोगों ने उनकी बात पर सहमति जताई थी.