महाराष्ट्र के सियासी ड्रामे का अंत एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के साथ ही हो गया. अगर आप भी ऐसा ही सोच रहे हैं तो आप गलत हैं, क्योंकि उद्धव ठाकरे गुट के सुनील प्रभु ने सुप्रीम कोर्ट से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व 15 अन्य विधायकों के विधानसभा में प्रवेश करने पर रोक लगाने की मांग की है.

अगर आपको यह लगा कि महाराष्ट्र का सियासी ड्रामा खत्म हो गया है तो यह आपकी भूल है. मुंबई मायानगरी है और यह अपनी फिल्मों के लिए जानी जाती है और एक फिल्मी डायलॉग है, ‘पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त.’ जी हां मुंबई के सियासी ड्रामे की पिक्चर भी अभी बाकी है. भले ही उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया, भले ही एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बन गए हों, लेकिन उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना विधायकों के अभी हथियार नहीं डाले हैं. वह इस पूरे मामले को लेकर कोर्ट पहुंच गए हैं.
उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना के चीफ व्हिप सुनील प्रभु सुप्रीम कोर्ट पहुंचे और अयोग्यता पर अंतिम निर्णय नहीं आने तक, उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और 15 अन्य विधायकों के निलंबन की मांग की है, जिनके खिलाफ अयोग्यता संबंधी याचिकाएं दायर की गई हैं.
सुनील प्रभु ने सुप्रीम कोर्ट से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व 15 अन्य विधायकों के विधानसभा में प्रवेश करने पर रोक लगाने की मांग की है.