आज दोनों आरोपियों से पूछताछ करेगी। जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि कन्हैयालाल की हत्या किसी आतंकी हमले की तरह लग रही है।

राजस्थान के उदयुपर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या को केंद्र सरकार आतंकवादी हमले के रूप में भी देख रही है। मामले की जांच के लिए एक टीम मंगलवार रात को उदयपुर में लिए रवाना हो गई। बता दें कि कन्हैयालाल की हत्या नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई कथित विवादित टिप्पणी का समर्थन करने पर की गई है।
एक अधिकारी ने बताया कि कन्हैयालाल की हत्या किसी आतंकी हमले की तरह लग रही है। हत्या का लाइव वीडियो बनाया गया। इसके अलावा एक और वीडियो बनाया गया है। जिसमें दोनों आरोपी दावा कर रहे है कि इस्लाम धर्म का अपमान करने के बदले दर्जी कन्हैलाल की हत्या की है। साथ ही उन्होंने एक वीडिया जारी कर पीएम नरेंद्र मोदी को भी जान से मारने की धमकी दी है। इस सभी कारणों से इस हत्या को आतंकी हमले की नजरिए से भी देखा जा रहा है। जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह उदयपुर पहुंचकर एनआईए की टीम पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी गोस मोहम्मद पुत्र रफीक मोहम्मद और रियाज पुत्र अब्दुल जब्बार से पूछताछ करेगी। इस दौरान अगर कोई संदिग्ध बात सामने आती है तो दोनों के खिलाफ आतंकवाद विरोधी कानून के तहत केस दर्ज किया जाएगा। साथ ही जांच के लिए दोनों आरोपियों को एनआईए की टीम के हवाले कर दिया जाएगा।
जानें क्या है मामला?
दरअसल, हत्या का मामला शहर के धानमंडी इलाके के भूत महल क्षेत्र का है। यहां रहने वाला कन्हैयालाल दर्जी और अपनी दुकान चलाता है। मंगलवार को दो मुस्लिम युवक कपड़े का नाप देने के बहाने दर्जी की दुकान पर पहुंचे और उस पर गड़ासे से वार करना शुरू कर दिया। ताबड़तोड़ हमलों ने उसे संभलने का मौका तक नहीं दिया। उसकी गर्दन कट गई और मौके पर ही मौत हो गई। हमले में दुकान पर काम करने वाला उसका साथी ईश्वर सिंह भी गंभीर रूप से घायल हो गया। शहर के एमबी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
राजस्थान सरकार ने मंगलवार को अगले एक महीने के लिए सभी जिलों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू करने की घोषणा की. राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया है. राजस्थान के हर जिले में पुलिस हाई अलर्ट पर है. अजमेर के एसपी विकास शर्मा ने बताया, “मौजूदा स्थिति को देखते हुए, पूरे जिले के साथ-साथ राज्य में धारा 144 लागू कर दी गई है. पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. हम शांति सुनिश्चित करेंगे और इसे बाधित करने का प्रयास करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे, “