दिल्ली सराफा बाजार में सोने के भाव में आज प्रति दस ग्राम 302 रुपये की बढ़ोतरी हुई.

दुनिया भर में सोने-चांदी की कीमतों में उछाल के चलते आज सोमवार, 27 जून को घरेलू बाजार में भी सोने की चमक बढ़ी है. सोने के भाव में आज प्रति दस ग्राम 302 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. इस उछाल के चलते दिल्ली सराफा बाजार में सोना महंगा होकर 50,822 रुपये प्रति दस ग्राम के भाव पर पहुंच गया. यह जानकारी एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) तपन पटेल ने दी है. एक कारोबारी दिन पहले दिल्ली सराफा बाजार में सोने के भाव 50,520 रुपये प्रति दस ग्राम के भाव पर बंद हुए थे.
चांदी के भाव में भी तेजी
दिल्ली सराफा बाजार में आज सोने के साथ-साथ आज चांदी के भाव में भी तेजी रही. इसके भाव में आज प्रति किग्रा 781 रुपये की तेजी आई. इस उछाल के चलते दिल्ली सराफा बाजार में आज चांदी के भाव प्रति किग्रा 60,231 रुपये पर पहुंच गए. एक कारोबारी दिन पहले दिल्ली सराफा बाजार में चांदी 59,450 रुपये प्रति किग्रा के भाव पर बंद हुए थे.
ग्लोबल मार्केट में भी चढ़े दाम
जी7 देशों की ओर से रूस के सोना निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद ग्लोबल मार्केट में इसकी सप्लाई पर असर देखा जा रहा है. यही कारण है कि इस सप्ताह लगातार दूसरे दिन सोने और चांदी की कीमतों में उछाल आया है. ग्लोबल मार्केट में सोने का हाजिर मूल्य 1,825.65 डॉलर प्रति औंस रहा जो पिछले बंद भाव से 0.12 फीसदी ज्यादा है. इसी तरह, चांदी की हाजिर कीमत 21.19 डॉलर प्रति औंस पहुंच गई, जो पिछले बंद भाव से 0.15 फीसदी ज्यादा है.
आगे क्या रहेगा सोने का सिनेरियो
एक्सपर्ट का कहना है कि सोना और चांदी अगले कुछ दिनों तक बढ़त बनाएंगे. जी7 देशों की ओर से रूस से सोना आयात पर प्रतिबंध लगाए जाने से ग्लोबल मार्केट में इसकी सप्लाई बाधित हो सकती है. ऐसे में मांग के मुकाबले कम आपूर्ति का इसकी कीमतों पर असर पड़ेगा और सोना महंगा होता जाएगा. यही हाल चांदी का भी होगा, लेकिन कुछ दिन बाद हालात सामान्य होने पर सोने-चांदी की कीमतों में नरमी आएगी. घरेलू बाजार में भी सोना अभी और महंगा होगा.
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने चांदी के भाव
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना बढ़कर 1,839 डॉलर प्रति औंस और चांदी सपाट होकर 21.45 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) तपन पटेल ने कहा, “सोने की कीमतों को डॉलर के कमजोर होने और जी7 देशों द्वारा रूस से नए सोने के आयात पर बैन लगाने की उम्मीद से सपोर्ट मिला.”