कोयंबटूर में SIMA Texfair 2022 का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि केंद्र मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए विभिन्न देशों के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहा है।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि भारत सभी सेक्टरों में वैश्विक बाजार पर अपनी छाप छोड़ना चाहता है और जल्द भारत की अर्थव्यवस्था 3 ट्रिलियन से 30 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी।
कपड़ा, वाणिज्य और उद्योग मंत्री गोयल ने कहा कि घरेलू कपड़ा उद्योग में आने वाले वर्षों में रोजगार पैदा करने की काफी संभावनाएं हैं और केंद्र फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को अंतिम रूप देने के लिए विभिन्न देशों के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहा है, जो दुनिया के कई देशों में भारत के टेक्सटाइल सेक्टर को जीरो टैक्स पर कपड़ा निर्यात करने में मदद करेगा।
वर्तमान में देश की अर्थव्यवस्था का आकार करीब 3200 अरब डॉलर
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यदि भारत प्रतिवर्ष 8 फीसदी की चक्रीय सालाना वृद्धि दर से बढ़ता है तो करीब 9 सालों में अर्थव्यवस्था का आकार दोगुना हो जाएगा. गोयल ने कहा कि वर्तमान में देश की अर्थव्यवस्था का आकार करीब 3200 अरब डॉलर है और आज से अगले 9 सालों में इसके 6500 अरब डॉलर हो जाने का अनुमान है.
13,000 अरब डॉलर की हो जाएगी 18 साल बाद अर्थव्यवस्था
उन्होंने कहा, ‘‘उसके 9 साल बाद यानी आज से 18 साल बाद अर्थव्यवस्था 13,000 अरब डॉलर की हो जाएगी. उसके भी 9 साल बाद यानी आज से 27 साल बाद यह 26,000 अरब डॉलर की हो जाएगी. इस तरह हम विश्वास से कह सकते हैं कि आज से 30 साल बाद भारतीय अर्थव्यवस्था 30 हजार अरब डॉलर की हो जाएगी.’’
गोयल ने कहा कि आज के चुनौतीपूर्ण दौर में भी देश की अर्थव्यवस्था अच्छी दर से बढ़ रही है. यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध के कारण वैश्विक बाजारों में कुछ जिसों की किल्लत हो गई है और इससे विश्व की मुद्रास्फीति ऊंची हो गई है लेकिन भारत अपने यहां की मुद्रास्फीति को कम स्तर पर बनाए रख पाया है.
कपड़े का वैश्विक केंद्र बन गया है तिरुपुर
तिरुपुर में गोयल ने कहा कि यह कपड़े का वैश्विक केंद्र बन गया है और 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की वस्तुओं का निर्यात करता है जो 37 साल पहले तक महज 15 करोड़ रुपये था. गोयल ने कहा कि देश में इस तरह के 75 कपड़ा शहर बनाने की जरूरत है क्योंकि इस उद्योग में रोजगार के अनेक अवसर हैं.आगे उन्होंने कहा कि देश जल्द ही 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था से 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था तक पहुंच जाएगा, सरकार इसके लिए कड़े कदम उठा रही है और सिस्टम में कई ढांचागत बदलाव किए जा रहे हैं। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने सभी स्टेकहोल्डरों को सलाह दी कि कड़ी मेहनत करें, एकजुट रहें और भारत को दुनिया का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने में मदद करें। उन्होंने सभी युवा और महिला उद्यमियों को निवेश करने और राष्ट्र के विकास में योगदान करने आगे आने के लिए भी आमंत्रित किया।