भारतीय बल्लेबाज के पिता ने आरोप लगाया कि एसोसिएशन के अधिकारियों ने 10 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की और बेटे का करियर बर्बाद करने की धमकी दी।

भारतीय क्रिकेटर के साथ मारपीट और 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगने की खबर से क्रिकेट जगत में हड़कंप मच गया है। भारत के युवा बल्लेबाज से लाखों रुपये की मांग और मारपीट में उत्तराखंड क्रिकेट संघ एक बड़े विवाद में फंस गया। उत्तराखंड संघ के 7 पदाधिकारियों के खिलाफ भी पुलिस में मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में राज्य की खेल मंत्री रेखा आर्य का कहना है कि अब इस मामले को भारतीय क्रिकेट बोर्ड तक ले जाया जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एसोसिएशन के सचिव माहिम वर्मा समेत 7 लोगों के खिलाफ घूसखोरी, मारपीट, जान से मारने की धमकी देने जैसे गंभीर आरोप में मामला दर्ज किया गया है.
मांग पूरी नहीं करने पर गाली गलौज करने का भी आरोप लगाया।
21 वर्षीय आर्य सेठी के पिता युवा भारतीय खिलाड़ी वीरेंद्र सेठी ने मामला दर्ज कराया है। उनका आरोप है कि पदाधिकारियों ने बेटे के खेलने के लिए 10 लाख रुपये की मांग की थी. इतना ही नहीं मांग पूरी न करने पर उनके बेटे को गाली-गलौज व मारपीट भी की। वीरेंद्र सेठी का आरोप है कि उनके बेटे को खेलने से रोका गया. पुलिस ने भी मामला दर्ज कर इस मामले में जांच शुरू कर दी है। यह पहली बार नहीं है जब उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन विवादों में घिरी है। यह अक्सर गलत कारणों से सुर्खियों में रहता है। कुछ समय पहले खिलाड़ियों को 100 रुपए प्रतिदिन भत्ता देने का मामला भी छाया हुआ था।
विवादों से पुराना नाता
क्रिकेटरों को पिछले 12 महीने से रोजाना औसतन 100 रुपये दिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, क्रिकेटरों को अपने दैनिक भत्ते के लिए बार-बार हाथ फैलाना पड़ता है। जिसका उन्हें उल्टा जवाब मिलता है। उन्हें बताया जाता है कि आप बार-बार सवाल क्यों पूछते हैं। पैसा आएगा। उत्तराखंड टीम के प्रदर्शन की बात करें तो इस साल टीम रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में पहुंची थी. जहां उन्हें मुंबई के हाथों 725 रनों से हार का सामना करना पड़ा। मुंबई ने पहली पारी 647/8 पर घोषित की थी, जिसके जवाब में उत्तराखंड की टीम 114 रन पर सिमट गई। मुंबई ने दूसरी पारी 261/3 पर घोषित की और उत्तराखंड के सामने 795 रनों का पहाड़ जैसा लक्ष्य रखा, जिसके जवाब में टीम दूसरी पारी में 69 रन पर सिमट गई।