मानसून और बारिश का नाम सुनते ही एडवेंचर स्पोर्ट्स के लोग थोड़े निराश हो जाते हैं। वैसे तो मानसून में भी ट्रेकिंग की जा सकती है। इसके लिए आपको कुछ खास बातों का ध्यान रखना होगा।

कुछ लोगों को एडवेंचर स्पोर्ट्स का इतना शौक होता है कि वे इसके चक्कर में मौसम को भी नज़रअंदाज कर देते हैं। लेकिन यह तरीका किसी बेवकूफी से कम नहीं है। बरसात के मौसम में पहाड़ी इलाके खूबसूरत तो लगते ही हैं साथ ही खतरनाक भी हो जाते हैं। अगर आप इस मौसम में ट्रेकिंग करना चाहते हैं तो इन बातों का ध्यान रखना न भूलें।
गुड मटीरियल कैंप:
ट्रेकिंग के दौरान एक समय ऐसा आता है, जब आपको किसी जगह रुकना पड़ता है। बरसात के मौसम में ट्रेकिंग करते समय अपने कैंप को इस तरह ले जाएं, जो वाटरप्रूफ होने के साथ-साथ मजबूत भी हो।
ट्रैकिंग शूज:
ट्रेकिंग के दौरान हमारे जूते कैसे होते हैं, यह जानना बहुत जरूरी है। बिना तैयारी के शौक में जाना घातक साबित हो सकता है। मानसून में ट्रेकिंग करते समय ऐसे फुटवियर पहनें जो मिट्टी और पानी दोनों को अपनी चपेट में लें।
ट्रैकिंग समय:
रात के अंधेरे में ट्रैकिंग एक डबल खतरे की घंटी है। भले ही बारिश हो रही हो, आपको सुबह जल्दी ट्रेकिंग शुरू कर देनी चाहिए। इस दौरान अच्छी क्वालिटी का रेन कोट जरूर पहनें।
हाइड्रेटेड रहें:
बारिश के मौसम में भले ही भारी बारिश हो रही हो, लेकिन खुद को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। बारिश के पानी की जगह खुद का पानी पिएं। इससे पेट में कोई गड़बड़ी नहीं होगी और आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहेगी।