सरकार की नई सेना भर्ती स्कीम पर जिस तरह हिंसा हुई उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. सरकार इसके फायदे गिना रही है तो विपक्ष स्कीम वापस लेने की मांग पर अड़ा है. राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर ने बताया है कि बिहार इस आग में क्यों धधक रहा है.

सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की नई अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन जारी है. स्कीम को लेकर हुए देशव्यापी हंगामे के बीच सरकार ने इस योजना में कुछ बदलाव किए हैं. तो खुद सेना और वायुसेना के अधिकारियों ने इसके फायदे गिनाते हुए भर्ती की तैयारी कर रहे छात्रों के सभी सवालों के जवाब देने की कोशिश की है.
सरकार ने गिनाए फायदे, PK ने बताई बिहार के जलने की वजह
दरअसल इन अग्निवीरों के लिए सरकार ने अर्धसैनिक बलों और रक्षा मंत्रालयों की नियुक्तियों में 10% आरक्षण के साथ कई प्रोत्साहन और अन्य विभागों में समायोजित करने का ऐलान किया है. इसके बावजूद बीते 4 दिनों में युवाओं ने बिहार में हिंसक प्रदर्शन किया. कई जिलों में पथराव, आगजनी, तोड़फोड़ के साथ ही कई जगह ट्रेनों में आग लगाई गई. बिहार इस आग में कैसे झुलसा यानी बिहार में अग्निपथ आंदोलन ने कैसे जोर पकड़ा इस सवाल का जवाब मशहूर पॉलिटिकल एक्सपर्ट प्रशांत किशोर ने दिया है.
जेडीयू-बीजेपी की खींचतान में जला बिहार: PK
दरअसल राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने युवाओं से अपील की है कि वो इस योजना का विरोध भले ही करें लेकिन ये काम बेहद शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए. PK ने रविवार को ट्वीट में लिखा, ‘अग्निपथ पर आंदोलन होना चाहिए, हिंसा और तोड़फोड़ नहीं. बिहार की जनता जेडीयू और बीजेपी के आपसी तनातनी का ख़ामियाज़ा भुगत रही है. पूरा बिहार जल रहा है और दोनों दलों के नेता मामले को सुलझाने के बजाए एक दूसरे पर छींटाकशी और आरोप प्रत्यारोप में बिजी हैं.’