मानसून में भी त्वचा को उतनी ही देखभाल की जरूरत होती है जितनी गर्मियों या सर्दियों में। हम आपको कुछ ऐसी गलतियां बताने जा रहे हैं, जो लोग अक्सर मानसून के दौरान करते हैं। जानिए उनके बारे में…

मौसम कोई भी हो, त्वचा की देखभाल में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। मौसम के हिसाब से स्किन केयर रूटीन में बदलाव करना अच्छा होता है, लेकिन कई बार लोग अपने हिसाब से ऐसे काम कर जाते हैं, जिससे फायदा होने की बजाय नुकसान होता है। मानसून त्वचा पर जो चिपचिपापन आता है वह बहुत कड़ा होता है। साथ ही इस मौसम में त्वचा पर गंदगी होने के भी चांस ज्यादा होते हैं। देखा जाए तो मानसून में भी त्वचा का उतना ही ख्याल रखना चाहिए। स्किन केयर रूटीन इसकी उतनी ही जरूरत होती है, जितनी गर्मी या सर्दी में होती है। जानकारों के मुताबिक ऑयली स्किन वालों को इस मौसम में ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
चेहरे पर आने वाला तेल, मौसम की गंदगी और चिपचिपाहट त्वचा की कई समस्याओं का कारण बनती है, जिसमें धब्बे पड़ना आम बात है। इतना ही नहीं इस मौसम में एलर्जी और रैशेज जैसी कई समस्याएं हो जाती हैं। इनके कारण खुजली, जलन और जलन होती है और कभी-कभी त्वचा भी क्षतिग्रस्त हो जाती है। हम आपको कुछ ऐसी गलतियां बताने जा रहे हैं, जो लोग अक्सर मानसून के दौरान करते हैं। जानिए उनके बारे में…
मॉइस्चराइजर न लगाएं
त्वचा की देखभाल को लेकर लोगों के बीच कई तरह के मिथक मौजूद हैं, जिनका पालन करने से लोग खुद को नुकसान भी पहुंचाते हैं। मानसून के मौसम में नमी की वजह से उन्हें लगता है कि त्वचा को नमी की जरूरत नहीं है। वे कम मॉइस्चराइजर लगाते हैं। यह तरीका त्वचा पर और भी समस्याएं पैदा कर सकता है। सुबह और रात में चेहरा धोने के बाद त्वचा पर मॉइस्चराइजर लगाएं।
सनस्क्रीन से परहेज
मानसून में त्वचा की देखभाल को लेकर एक मिथक यह भी है कि अगर मौसम उमस भरा है और धूप नहीं है, तो इस स्थिति में सनस्क्रीन की जरूरत नहीं है। जबकि यह तरीका नुकसान पहुंचा सकता है। चाहे गर्मी हो या सर्दी, या फिर मानसून, आपको सुबह और रात सोने से पहले सनस्क्रीन की दिनचर्या का पालन करना चाहिए। सनस्क्रीन मौसम में मौजूद गर्मी से भी त्वचा की रक्षा करती है।
चेहरा धोने के लिए आलसी
लगातार बारिश के कारण उमस भरा मौसम होता है और नमी के अहसास के कारण लोग मानसून में चेहरा धोने की दिनचर्या खराब कर देते हैं। वे भूल जाते हैं कि मौसम में मौजूद गंदगी उनकी त्वचा को रूखा और नुकसान पहुंचा रही है। त्वचा विशेषज्ञ के अनुसार, चाहे गर्मी हो या मानसून, चेहरे को दिन में कम से कम दो बार धोना चाहिए न कि तीन बार से ज्यादा। ऐसा करने से त्वचा पर चिपचिपाहट नहीं होती है और ताजगी भी महसूस होती है।