तीन मैचों की टी20 सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका को हरा दिया है और इस सीरीज में जीत के अलावा ऑस्ट्रेलिया के लिए एक और अच्छी खबर आई है.

ऑस्ट्रेलियाई टीम इस समय श्रीलंका के दौरे पर है और उसने हाल ही में टी20 सीरीज खेली है। इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका को रौंदा। ऑस्ट्रेलिया ने आसानी से तीन मैचों की T20I श्रृंखला 2-1 से जीत ली। ऑस्ट्रेलिया की सीमित ओवरों की टीम के कप्तान आरोन फिंच के लिए यह सीरीज जीत काफी अहम थी। यह सीरीज उनके लिए बतौर कप्तान नहीं बल्कि एक बल्लेबाज के तौर पर जरूरी थी। फिंच का बल्ला काफी समय से खामोश चल रहा था और इसलिए उनकी आलोचना का बाजार गर्म था। यहां तक कि टीम में उनकी जगह पर भी सवाल उठ रहे थे. लेकिन श्रीलंका में फिंच ने सभी को करारा जवाब दिया.
फिंच ने इस सीरीज में न सिर्फ शानदार कप्तानी की बल्कि बल्ले से अपनी ताकत भी दिखाई। इसी के आधार पर उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया। इसी के साथ फिंच ने भी टीम में अपनी जगह पक्की कर ली है और वह अपनी पुरानी लय को फिर से हासिल करते भी नजर आए. यह फिंच और उनकी टीम दोनों के लिए अच्छा संकेत है।
तीन मैचों में कमाल
फिंच ने इन तीन मैचों में कुल 114 रन बनाए। उन्होंने श्रीलंका दौरे की शुरुआत आक्रामक तरीके से की। कोलंबो में खेले गए पहले ही मैच में फिंच ने नाबाद अर्धशतक लगाया था। श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को महज 129 रन का लक्ष्य दिया था और मेहमान टीम ने बिना कोई विकेट गंवाए इसे हासिल कर लिया। इस मैच में फिंच ने 40 गेंदों में नाबाद 61 रन बनाए। अपनी पारी में दाएं हाथ के बल्लेबाज ने चार चौके और चार छक्के लगाए। दूसरे मैच में फिंच के बल्ले से 24 रन निकले। फिंच ने भी ये रन बहुत तेजी से बनाए। उन्होंने ये रन महज 13 गेंदों में चार चौकों की मदद से बनाए। हालांकि तीसरे और आखिरी मैच में फिंच ने थोड़ा धीमा खेल दिखाया। उन्होंने 20 गेंदों में 29 रन बनाए।
विश्व कप के लिए महत्वपूर्ण
फिंच जिस तरह के बल्लेबाज हैं, उससे कोई भी टीम डरती है। अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से यह बल्लेबाज किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को तबाह कर सकता है. इस सीरीज से पहले फिंच के प्रदर्शन को देखा जाए तो कुछ खास नहीं था। वह IPL-2022 में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेले लेकिन अपना जलवा नहीं दिखा सके। इससे पहले घर में खेली गई टी20 सीरीज में उनका बल्ला नहीं चला था। वह टी20 वर्ल्ड कप में भी असफल रहे थे। इस साल ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप होना है और ऐसे में फिंच का अपनी टीम के लिए कप्तानी के साथ-साथ बल्ले से चलना भी जरूरी है. फिंच ने इस सीरीज में जिस तरह से बल्लेबाजी की है उससे ऑस्ट्रेलिया को काफी उम्मीद है।